जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले के सोनमर्ग के सरबल गांव पिछले दो दिनों में दो हिमस्खलन की चपेट में आ चुका है, जिसके बाद 34 असम राइफल्स की वुसन बटालियन ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया है। कमांडर ब्रिगेड अतुल राजपूत 3 सेक्टर, 34 असम राइफल्स के कमांडेंट कर्नल काराकोटी ने सेना के अन्य अधिकारियों के साथ आज रविवार तड़के शीतलहर में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
इस ऑपरेशन में सेना ने सरबल बालटाल में निर्माण कंपनी के 171 श्रमिकों को बचाया। इस ऑपरेशन में 2 स्निफर डॉग भी काम पर हैं। बता दें कि सरबल गांव में 48 घंटे में दूसरा हिमस्खलन आया। इससे पहले सरबल सोनमर्ग में गुरुवार को एक बड़ा हिमस्खलन हुआ था, जिसमें मेगा इंजिनियरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के दो कर्मचारी जिंदा दफन हो गए थे। हिमस्खलन में मेगा इंजीनियरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की तरफ से सुरंग परियोजना के पास स्थित कार्यशाला क्षतिग्रस्त हो गई।
जोजिला सुरंग पर काम अस्थायी रूप से निलंबित है
मेगा इंजीनियरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (MEIL) ने पहले ही जोजिला सुरंग पर काम अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। मेगा ने परियोजना में काम कर रहे 767 से अधिक श्रमिकों को MEIL के अधिकारियों की तरफ से खराब मौसम की स्थिति और अगले आदेश तक भारी हिमपात के कारण छुट्टी दे दी गई थी। वरिष्ठ प्रबंधक मेगा इंजीनियरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (MEIL) बुरहान अंद्राबी ने कहा कि कंपनी पहले से ही सक्रिय है, ताकि किसी को परेशानी का सामना न करना पड़े।
गौरतलब है कि जम्मू और कश्मीर में अधिकारियों ने 10 जिलों के लिए हिमस्खलन की चेतावनी जारी की थी, जहां पिछले 48 घंटों में मध्यम से भारी हिमपात हुआ है। जम्मू और कश्मीर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (JKDMA) के मुताबिक, अगले कुछ घंटों में चंबा, किन्नौर, कुल्लू, बांदीपोर, बारामुला, डोडा, गांदरबल, किश्तवाड़, पुंछ, रामबन, रियासी में 2000 मीटर से ऊपर हिमस्खलन होने की संभावना है। जनता को इन क्षेत्रों में जाने से बचने की सलाह दी गई है।