Highlights
- मेरे परिवार और बल्लारी के बीच पुराना रिश्ता रहा है: राहुल गांधी
- राहुल गांधी ने यात्रा के 1,000 किमी पूरे होने पर जनसभा को संबोधित किया
- राहुल गांधी ने सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से पदयात्रा शुरू की थी
Karnataka News: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी(Rahul Gandhi) ने राज्य के साथ अपने परिवार के जुड़ाव को याद करते हुए कर्नाटक के लोगों को भावनात्मक रूप से जोड़ने की कोशिश की। उन्होंने बल्लारी का जिक्र किया, जहां से उनकी मां और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 1999 में लोकसभा चुनाव जीता था। गांधी ने कहा कि उनकी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत इंदिरा गांधी ने 1978 में चिक्कमगलुरु लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीता था। उन्होंने अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के तहत बल्लारी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मेरे परिवार और बल्लारी के बीच पुराना रिश्ता रहा है। मेरी मां ने बल्लारी से चुनाव लड़ा और यहां के लोगों द्वारा हृदय से किए गए समर्थन के कारण निर्वाचित हुईं।’’
'मैं यह नहीं भूल सकता'
गांधी ने कहा, ‘‘मेरी दादी इंदिरा गांधी ने चिक्कमगलुरु से चुनाव लड़ा था। इसलिए, मैं यह नहीं भूल सकता।’’ उन्होंने पैदल यात्रा के 1,000 किमी पूरे होने पर जनसभा को संबोधित किया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, वीरप्पा मोइली, कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, कांग्रेस के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस महासचिव और पार्टी के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला सहित कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी, सभी राज्यों के प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष, कर्नाटक के विधायक, सांसद और पूर्व मंत्री इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
'यह सरकार SC और ST विरोधी'
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक में भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि यह सरकार अनुसूचित जाति(SC) और जनजाति(ST) विरोधी है। उन्होंने आगे कहा कि इस सरकार को ‘40 प्रतिशत कमीशन’ वाली सरकार कहा जाता है। 'भारत जोड़ो यात्रा' को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कर्नाटक सरकार ‘‘एससी और एसटी विरोधी’’ है और इन उत्पीड़ित लोगों के खिलाफ अत्याचार में 50 फीसदी की वृद्धि हुई है।राहुल गांधी ने सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से पदयात्रा शुरू की थी, लगभग 3500 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद जम्मू कश्मीर में समाप्त होगी।