Highlights
- बुर्का, हिजाब इस्लाम के एसेंशियल फीचर है- असदुद्दीन ओवैसी
- ये हमारे लिए एसेंशियल है और जो नहीं करता कोई बात नहीं है- ओवैसी
- 'मोदी एंट्री कर सकते हैं तो ये बच्ची हिजाब पहनकर जा रही है तो क्यों रोक रहे हैं आप?'
कर्नाटक में हिजाब पहनकर स्कूल कॉलेज में एंट्री को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को इस मामले पर कर्नाटक हाईकोर्ट में भी सुनवाई होगी। मामले की गंभीरता को देखते हुए हाईकोर्ट ने इस केस की अगली सुनवाई बड़ी बेंच के समक्ष करने की सिफारिश कर दी है।
हिजाब विवाद पर लोगों की भी अलग-अलग प्रतिक्रिया आ रही है। अब इस विवाद में AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी भी कूद गए हैं। मुरादाबाद में एक सभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, 'हम आपको मुबारकबाद देते हैं। हम आपको बताना चाह रहे हैं कि बुर्का, हिजाब, केरल हाईकोर्ट ने कहा कि ये इस्लाम का एसेंशियल फीचर है।'
ओवैसी आगे कहते हैं, 'ये हमारे लिए एसेंशियल है और जो नहीं करता कोई बात नहीं है। संसद में जब दाढ़ी और टोपी के साथ बीजेपी और नरेंद्र मोदी एंट्री कर सकते हैं तो ये बच्ची हिजाब पहनकर जा रही है तो क्यों रोक रहे हैं आप? अपनी बेटियों को डॉक्टर, कलेक्टर बनाइये। हमारा मकसद यही है कि जब तक भारत की महिला की तरक्की नहीं होगी, तब तक भारत की भी तरक्की नहीं हो पाएगी।'
बता दें, कर्नाटक में हिजाब को लेकर बढ़ते बवाल को देखते हुए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य में हाई स्कूलों और कॉलेजों को अगले 3 दिनों तक बंद रखने का आदेश दिया है। ये विवाद बढ़ता-बढ़ता दिल्ली तक पहुंच गया है। दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) में एक छात्र संगठन ने कर्नाटक में उडुपी के एक सरकारी कॉलेज में हिजाब प्रतिबंधों के खिलाफ मंगलवार को प्रदर्शन किया।