Highlights
- कर्नाटक सरकार ने काशी यात्रा के लिए अप्रूव किए सात करोड़ रुपये
- योजना लाभ लेने को आवेदक की आयु 18 वर्ष से ज्यादा होनी चाहिए
- सरकार स्पॉन्सर्ड ‘काशी यात्रा’ का लाभ तीर्थयात्री जीवन में एक ही बार ले सकेंगे
Karnataka: कर्नाटक सरकार ने सोमवार को 'काशी यात्रा' परियोजना को अपनी मंजूरी दे दी। इसमें उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर की तीर्थ यात्रा करने के इच्छुक 30,000 तीर्थयात्रियों में से प्रत्येक को 5,000 रुपये की नकद सहायता की पेशकश की जाएगी। अपने आदेश में सरकार ने धार्मिक बंदोबस्ती विभाग के कमिश्नर को ‘काशी यात्रा’ के लिए स्वीकृत सात करोड़ रुपये का उपयोग करने के लिए ऑथराइज़्ड किया।
किसको मिलेगा योजना का लाभ?
एक बयान में धार्मिक बंदोबस्ती, हज और वक्फ, मंत्री शशिकला जोले ने कहा कि जो लोग योजना का लाभ उठाने के इच्छुक हैं, उन्हें कर्नाटक का मूल निवासी होना चाहिए। कर्नाटक में अपने मूल निवास का प्रमाण-मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड या राशन कार्ड आदि प्रस्तुत करना होगा। मंत्री ने कहा कि आवेदकों की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए और उन्हें अपना आयु प्रमाण प्रस्तुत करना होगा।
तीर्थयात्री जीवन में एक बार ही उठा सकेंगे सरकार की योजना की लाभ
शशिकला जोले ने कहा कि जिन लोगों ने एक अप्रैल से 30 जून तक तीर्थयात्रा की थी और 'काशी यात्रा' योजना का लाभ लेना चाहते हैं। उन्हें अपने दर्शन टिकट या प्रतीक्षा सूची, 'पूजा रसीद' जैसे प्रमाण प्रस्तुत करने होंगे कि वे काशी विश्वनाथ मंदिर गए थे। उन्हें तय प्रारूप में इसे धार्मिक बंदोबस्ती विभाग के कमिश्नर के यहां जमा कराना होगा। जोले ने कहा कि सरकार स्पॉन्सर्ड ‘काशी यात्रा’ का लाभ तीर्थयात्री जीवन में एक बार ही उठा सकेंगे।