Tuesday, November 05, 2024
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कर्नाटक सरकार ने दिया बराक ओबामा को निमंत्रण, आजादी और गांधी से जुड़ा है कार्यक्रम

कर्नाटक सरकार ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को विशेष विधानसभा सत्र में भाग लेने के लिए निमंत्रण भेजा है। दरअसल, ये कार्यक्रम आजादी के समय की कांग्रेस और महात्मा गांधी से जुड़ा है।

Reported By : T Raghavan Edited By : Subhash Kumar Updated on: November 05, 2024 9:37 IST
कर्नाटक आ सकते हैं ओबामा।- India TV Hindi
Image Source : AP/PTI कर्नाटक आ सकते हैं ओबामा।

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भारत की यात्रा पर आ सकते हैं। दरअसल, कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार ने बराक ओबामा को प्रदेश के दौरे आमंत्रित किया है। बता दें कि इस साल कांग्रेस के बेलगावी अधिवेशन की 100वीं वर्षगांठ मनाई जानी है। इस मौके पर आयोजित विशेष विधानसभा सत्र के लिए सिद्धारमैया सरकार ने बराक ओबामा को निमंत्रण भेजा है।

महात्मा गांधी ने की थी बेलगावी में अध्यक्षता 

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को बेलगावी में 1924 के कांग्रेस अधिवेशन की 100वीं वर्षगांठ मनाने के लिए आयोजित विशेष विधानसभा सत्र में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। आपको बता दें कि 1924 में बेलगावी में हुए इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महात्मा गांधी ने की थी और इसने भारत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ स्वतंत्रता आंदोलन शुरू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

इससे पहले कब भारत आए थे ओबामा?

बराक ओबामा ने इससे पहले दो बार भारत की यात्रा की है। ओबामा ने राष्ट्रपति रहते हुए साल 2010 में 6 से 9 नवंबर तक भारत की यात्रा की थी। उन्होंने भारत के तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह और राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल से मुलाकात की थी। वहीं, दूसरी बार ओबामा राष्ट्रपति रहते हुए ही साल 2015 में 24 से 27 जनवरी तक भारत की यात्रा की थी। वह गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर भारत आए थे। तब उन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात की थी। बता दें कि ओबामा साल 2009 से 2017 के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति रहे थे।

क्यों अहम था बेलगावी सम्मेलन?

कर्नाटक के बेलगावी में साल 1924 में कांग्रेस का अधिवेशन हुआ। इसी सम्मेलन में महात्मा गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया था। आपको बता दें कि यह एकमात्र ऐसा अधिवेशन था जिसकी अध्यक्षता महात्मा गांधी ने की और कर्नाटक में भी यही अकेला अधिवेशन हुआ था। इस सम्मेलन में स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा ले रहे कई दिग्गज नेताओं ने हिस्सा लिया था। इस सम्मेलन ने भारत के स्वतंत्रता संघर्ष को गति दी तथा हमारे देश पर अपनी छाप छोड़ी।

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