कर्नाटक: कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मंत्रियों के विभागों को लेकर खींचतान के बीच मंत्रियों के विभागों का बंटवारा हुआ और 34 मंत्रियों ने शपथ ली थी। शुरुआत में सीएम सिद्दारमैया और डिप्टी सीएम शिवकुमार सहित 10 मंत्रियों ने शपथ ली थी, इसके बाद शनिवार (27 मई) को 24 और मंत्रियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था और 29 मई को ही सीएम सिद्धारमैया ने अपने मंत्रिमंडल में मंत्रियों के विभागों का बटंवारा किया था। मंत्रियों के विभागों के बंटवारे के बाद अब मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बुधवार (31 मई) को अपनी कैबिनेट में फेरबदल का भी ऐलान कर दिया है।
सीेएम सिद्धारमैया ने वित्त, मंत्रिमंडल मामले, कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार विभाग, इंटेलिजेंस और सूचना सहित उन सभी विभागों को अपने पास रखा है, जो अभी तक किसी को आवंटित नहीं किए गए हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे और विधायक प्रियांक खरगे को ग्रामीण विकास और पंचायती राज के अलावा आईटी और बीटी विभाग सौंपा गया है। तो वहीं, एम बी पाटिल को बड़े एवं मध्यम उद्योग विभाग के साथ बुनियादी ढांचे का विकास विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।
बता दें कि इससे पहले एम बी पाटिल को सिर्फ बड़े एवं मध्यम उद्योग विभाग की जिम्मेदार दी गई थी और प्रियांक खरगे को पहले ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग ही दिया गया था। अब फेरबदल कर इन मंत्रियों के विभाग में बदलाव किया गया है।
सिद्धारमैया की कैबिनेट में किसे मिला कौन-सा विभाग
डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को सिंचाई और बेंगलुरु शहर विकास सहित बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी), बैंगलोर विकास प्राधिकरण, बैंगलोर जल आपूर्ति तथा सीवरेज बोर्ड, बैंगलोर मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र विकास प्राधिकरण और बैंगलोर मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड विभाग दिए गए।
जी. परमेश्वर को गृह विभाग और के.जे. जॉर्ज को ऊर्जा विभाग दिया गया है।
एच. के. पाटिल को कानून और संसदीय मामले, विधान तथा पर्यटन विभाग दिया गया है।
के.एच. मुनियप्पा को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों का मंत्री बनाया गया है।
शिवानंद पाटिल को कपड़ा और गन्ना विकास आदि की जिम्मेदारी दी गई है।
मधु बंगारप्पा प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग संभालेंगे।
एम. सी. सुधाकर उच्च शिक्षा विभाग और एन.एस. बोसेराजू को लघु सिंचाई, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।