बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष यूटी खादर इन दिनों चर्चा में बने हुए हैं। उनके चर्चा में बने होने के पीछे उनकी एक अनोखी मांग है। यूटी खादर ने मांग की है कि टोल प्लाजा पर विधायकों और पूर्व विधायकों के लिए एक अलग लेन होनी चाहिए। उनके इस बयान की जब आलोचना होना शुरू हुई तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि यह मांग एक विधायक द्वारा की गई थी और टोल प्लाजा पर इस तरह की एक अलग लेन संभव नहीं है।
कांग्रेस विधायक की शिकायत के बाद की थी मांग
बता दें कि हाल ही में दो विधायकों द्वारा टोल प्लाजा पर उत्पीड़न का सामना करने की शिकायत के बाद खादर ने पीडब्ल्यूडी मंत्री सतीश जारकीहोली को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) से बात करने के लिए कहा था। यह मामला तब शुरू हुआ जब कांग्रेस विधायक नरेंद्रस्वामी ने टोल प्लाजा अधिकारियों पर उनके साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया।
विवाद होने के बाद दी सफाई
स्पीकर ने इस मामले पर अपनी मांग तो रख दी लेकिन जब उनकी मांग पर विवाद खड़ा हो हुआ तो उन्होंने गुरुवार को अपनी मांग पर स्पष्टीकरण दिया और कहा कि अलग वीवीआईपी लेन व्यावहारिक नहीं है। यूटी खादर ने कहा कि, "प्रत्येक टोल पर एक अलग लेन पहले से ही मौजूद है, लेकिन मैसूर-बेंगलुरु टोल पर ऐसा नहीं था। अलग वीवीआईपी लेन का कोई सवाल ही नहीं है, यह व्यावहारिक नहीं है।" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह सुझाव एक विधायक ने दिया था, उन्होंने नहीं।
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