Highlights
- सावन महीने में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं हरिद्वार
- एक माह तक चलता है कांवड़ मेला
- सरकार ने की है विशेष तैयारी
Kanwar Yatra: सावन का माह भगवान भोलेनाथ का सबसे प्रिय महीना माना जाता है। इस दौरान शिवभक्त कांवड़िए भगवान की पूजा अर्चना के लिए देशभर से हरिद्वार आते हैं। यहां वे मौजूद तमाम शिव मंदिरों में भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करते हैं। इसके साथ ही वे यहां पवित्र गंगा नदी से जल ले जाकर देश के तमाम शिव मंदिरों में जलाभिषेक करते हैं। पूरे सावन के महीने में हरिद्वार समेत पूरे उत्तराखंड की छठा निराली होती है।
कोरोना से पहले सब कुछ सामान्य तरीके से होता था, लेकिन कोरोना ने व्यवस्थाओं में परिवर्तन ला दिया। इस बार 2 सालों बाद सावन में कांवड़ यात्रा कोरोना के खौफ से कुछ मुक्त होगी। लेकिन प्रशासन अपनी तरफ से कोई कसर छोड़ना नहीं चाहता है। इसी क्रम में उत्तराखंड पुलिस के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि, "इस बार कांवड़ मेले के लिए प्रशासन ने विशेष प्रबंध किये हैं। कांवड़ मेला-2022 में राज्य में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए उत्तराखंड पुलिस द्वारा पंजीकरण के लिए पोर्टल खोला गया है।" उन्होंने कहा कि सभी भक्त पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराकर ही यहां आएं, इससे वे कई तरह की परेशानियों से बच सकते हैं और सुअग्म और सुरक्षित यात्रा के बाद अपने घर को वापसी कर सकेंगे।
कैसे होगा पंजीकरण
कांवड़ यात्रा के लिए उत्तराखंड पुलिस प्रशासन ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया रखी है। इसके लिए आपको https://policecitizenportal.uk.gov.in/Kavad वेबसाइट पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा। वेबसाइट पर आपको अपना मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा, जिसके बाद आपको मैसेज के माध्यम से OTP मिलेगा और आपको वह वहां दर्ज करना होगा। इसके बाद आपको अपनी पूरी जानकारी देनी होगी। और रजिस्टर के बटन पर क्लिक करके आप अपना रजिस्ट्रेशन पूरा कर सकेंगे।
सरकार की भी है विशेष तैयारी
इसके साथ ही उत्तराखंड सरकार ने भी 2 साल बाद शुरू हो रही कांवड़ यात्रा के लिए तैयारी शुरू कर दी हैं। जिसकी मॉनिटरिंग खुद सीएम पुष्कर सिंह धामी कर रहे हैं। इस साल कांवड़ यात्रा में सरकार को 4 करोड़ से ज्यादा कांवड़िये आने की उम्मीद है। जिसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांवड़ मेले की तैयारियों को लेकर अधिकारियों को जरुरी दिशा निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि सकुशल कांवड़ मेला सम्पन्न कराने के लिए कांवड़ मेले से संबधित अन्य राज्यों के अधिकारियों से भी निरन्तर समन्वय बनाकर रखें। किसी भी तरह की ढिलाई न बरती जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि 14 जुलाई से 26 जुलाई तक होने वाले कांवड़ मेले में स्वास्थ्य, बिजली, पेयजल, पार्किंग, स्वच्छता और अन्य सभी आवश्यक व्यवस्थाएं अच्छी हों।