Highlights
- पंचक खत्म होने के बाद डाक कांवड़ ने पकड़ा जोर
- हाईवे पर सिर्फ कांवड़ यात्री ही नजर आ रहे हैं
- शिव भक्तों में भगवान शिव का अंश देखा जा सकता है- धामी
Kanwar Yatra 2022: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांवड़ यात्रा के तहत बुधवार को हरिद्वार में गंगा घाट पर आए शिव भक्त कांवड़ियों का पैर धोकर स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर डामकोठी में राजकीय अतिथि गृह में वृक्षारोपण भी किया। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा से संबंधित सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चलें, इसके लिए सरकार द्वारा कांवड़ यात्रा के वास्ते पहली बार अलग से बजट की व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड आए शिव भक्तों में भगवान शिव का अंश देखा जा सकता है। उन्होंने यात्रा के इंतजाम के लिए जिला प्रशासन के अलावा सामाजिक व स्वयंसेवी संगठनों की भी सराहना की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में इस वर्ष चारधाम एवं कांवड़ यात्रा में रिकॉर्ड श्रद्धालु आ रहे हैं। अभी तक 27 लाख से अधिक पंजीकृत श्रद्धालु चारधाम दर्शन के लिए आ चुके हैं। आज 28 लाख से अधिक कांवड़ यात्री देवभूमि उत्तराखंड में हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ यात्रा में श्रद्धालुओं को किसी भी परेशानी का सामना न करने पड़े, इसके लिए उच्च स्तर पर एक व्हाट्सऐप ग्रुप भी बनाया गया है, इस समूह के माध्यम से सभी व्यवस्थाओं की निगरानी की जा रही है। कांवड़ियों के सम्मान समारोह के अवसर पर विधायक आदेश चौहान, प्रदीप बत्रा, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, गढ़वाल के आयुक्त सुशील कुमार व अन्य पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे।
पंचक खत्म होने के बाद डाक कांवड़ ने पकड़ा जोर, आधा हाईवे कांवड़ियों के हवाले
कांवड़ मेले के छठे दिन हरिद्वार में डाक कांवड़ के जोर पकड़ने के साथ ही डायवर्जन का दूसरा चरण लागू कर दिया गया। वहीं श्रावण मास कांवड़ यात्रा के छठे दिन मंगलवार को रिकार्ड 18 लाख कांवड़ यात्रियों ने गंगा जल लेकर गंतव्य को प्रस्थान किया। चहुंओर बम-बम भोले के जयकारे लगते रहे। हरकी पैड़ी और आसपास के गंगा घाटों से लेकर मंदिर, बाजारों और पैदल मार्ग के अलावा हाईवे पर सिर्फ कांवड़ यात्री ही नजर आ रहे हैं।
बुधवार दोपहर 12.50 पर पंचक खत्म होते ही धर्मनगरी में दिल्ली-एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश आदि क्षेत्रों से शिवभक्तों का रेला उमड़ने की संभावना है। भीड़ के चलते प्रशासन ने हरिद्वार जिले में 20 जुलाई से बंद होने वाले तमाम स्कूल 19 जुलाई से ही बंद करवा दिए।