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अंतरिक्ष में कल्पना चावला की मौत थी भयावह घटना, दूसरा मिशन ही बन गया आखिरी

आज कल्पना चावला की जयंती है, ऐसे में आइए जातने हैं कि अंतरिक्ष में उनकी मौत कैसे हो गई, जिसने पूरी दुनिया को स्तब्ध कर दिया था।

Edited By: Malaika Imam @MalaikaImam1
Published : Mar 17, 2025 9:12 IST, Updated : Mar 17, 2025 9:12 IST
अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला की जयंती
अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला की जयंती

1 फरवरी 2003 को एक ऐसी दुर्घटना घटी, जिसने पूरी दुनिया को स्तब्ध कर दिया था। यह हादसा था कोलंबिया स्पेस शटल के दुर्घटनाग्रस्त होने का, जिसमें 7 अंतरिक्ष यात्रियों की मौत हो गई। इन सात अंतरिक्ष यात्रियों में भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला भी थीं। आज कल्पना चावला की जयंती है, ऐसे में आइए जातने हैं कि अंतरिक्ष में उनकी मौत कैसे हो गई?

कल्पना चावला का दूसरा और आखिरी मिशन

16 जनवरी 2003, वह तारीख थी जब कल्पना चावला ने अपनी दूसरी और आखिरी अंतरिक्ष यात्रा के लिए कोलंबिया स्पेस शटल मिशन STS-107 के साथ उड़ान भरी। यह नासा के स्पेस शटल प्रोग्राम का 113वां मिशन था। इस मिशन के दौरान, अंतरिक्ष यात्रियों ने 16 दिन तक अंतरिक्ष में 80 से अधिक विज्ञान प्रयोग किए। हालांकि, यह अभियान 1 फरवरी 2003 को दुखद रूप से समाप्त हुआ। लैंडिंग से ठीक 16 मिनट पहले शटल दुर्घटनाग्रस्त हो गया और 7 अंतरिक्ष यात्रियों की जान चली गई।

शटल में जो 7 अंतरिक्ष यात्री सवार थे

  1. डॉ. कल्पना चावला (भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री)
  2. कर्नल रिक हसबैंड (कमांडर)
  3. कमांडर विलियम मैककूल
  4. लेफ्टिनेंट कर्नल माइकल एंडरसन
  5. कैप्टन डेविड ब्राउन
  6. कमांडर लाहौल क्लार्क
  7. इजरायली कर्नल इलन रेमन

शटल के पार्ट्स गिरने लगे

उड़ान के दौरान शटल ने सफलतापूर्वक कई विज्ञान प्रयोग किए। बस वो धरती वापस आ ही रहे थे कि तकनीकी खराबी के कारण इनकी जान चली गई। उड़ान की समस्या 81.7 सेकेंड के लॉन्चिंग के बाद शुरू हुई थी। इंसुलेशन ने बाहरी ईंधन टैंक को तोड़ दिया। इस दौरान अंतरिक्ष यान 2649 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से यात्रा कर रहा था और 20,000 मीटर से अधिक ऊंचा था। घटना के समय शटल की ऊंचाई की वजह से ही धरती में किसी तरह की अनहोनी नहीं हुई थी। इंसुलेशन ने बाएं पंख के सामने किनारे पर शटल को हिट किया। यह क्षति इतनी गंभीर थी कि अंतरिक्ष यान के अंडर पर थर्मल प्रोटेक्शन सिस्टम को डिफेक्ट किया। फ्लोरिडा में उतरने के रास्ते में कैलिफोर्निया के ऊपर से शटल के पार्ट्स गिरने लगे। इसके बाद टेक्सास और लुइसियाना पर ये पूरी तरह बिखर गया। दुर्घटना इतनी भयावह थी कि कोई भी अंतरिक्ष यात्री जीवित नहीं बच सका।

दुर्घटना के बाद का मंजर 

इस दुर्घटना के बाद टेक्सास और लुइसियाना के आसमान में शटल के बिखरे हुए मलबे के टुकड़े दिखाई दिए। स्थानीय टीवी स्टेशनों पर इसका लाइव प्रसारण हुआ और 80 टन के ज्वलनशील मलबे को आकाश में देखे जाने की खबर आई। टेक्सास के बॉब मोल्टर ने नेशनल पब्लिक रेडियो को बताया कि उन्होंने शटल को आसमान में टूटते देखा था और धुएं के टेढ़े-मेढ़े निशान देखे थे। कोलंबिया शटल, नासा के सबसे पुराने शटल में से एक था और उसकी यह दुर्घटना नासा के लिए एक बहुत बड़ा झटका था।

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