कुछ दिनों में मई का महीना खत्म हो जाएगा और फिर जून का महीना शुरू होगा। जून का महीना ग्रहों की दिशा में काफी बदलाव करेगा। उसमें भी 4 जून की तिथि काफी विशेष रहने वाली है। दैनिक जागरण की एक रिपोर्ट के मुताबिक 4 जून की तारीख भारतीय राजनीति के भविष्य के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण होने वाला है। 4 जून को छह ग्रह मिलकर एक दुलर्भ संयोग बनाने जा रहे हैं। छह ग्रह मिलकर एक वृत्ताकार आकृति बनाएंगे। एख तरफ जहां ज्योतिष के मुताबिक यह दुलर्भ संयोग राशियों पर प्रभाव डालेगा तो वहीं विज्ञानियों के मुताबिक यह एक नॉर्मल खगोलिय घटना है।
विज्ञानी डॉ. शशिभूषण पांडे ने दी यह जानकारी
दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान के वरिष्ठ विज्ञानी डॉ. शशिभूण पांडे ने बताया की जून की शुरूआत ग्रहों की दिशा को बदलने का काम करेगा। इस विशेष खगोलिय घटना के दौरान सुबह के समय शनि, वरुण, मंगल, यूरेनस, बुध और बृहस्पति, ये सभी आसमान में नीचे से ऊपर की तरफ एक वृत्ताकार लाइन बनाएंगे।
4 जून की तिथि विशेष
यह सभी ग्रह सूर्योदय से पहले आपको आसमान में दिखाई देंगे। अब आपको बताते हैं कि किन ग्रहों को कैसे देख सकते हैं। यूरेनस और नेप्च्यून को देखने के लिए आपको दूरबीन की मदद लेनी पड़ेगी लेकिन बाकि बचे चार ग्रहों को आप बिना किसी दूरबीन के ही देख पाएंगे। उसमें भी मंगल और शनि को देखना आपके लिए सबसे आसान होगा। इन सभी ग्रहों को आसमान में सूर्योदय से पहले देखने के लिए 4 जून की तिथि सबसे उत्तम होगी।
आपको बता दें कि इस खगोलिय घटना के दौरान बुध और बृहस्पति ये दोनों ग्रह आपको सबसे करीब नजर आएंगे। वहीं आप मंगल ग्रह के लाल रंग होने के कारण उसे काफी आसानी से पहचान लेंगे। उसके ऊपर आपको नेप्च्यून और सबसे ऊपर शनि ग्रह नजर आएगा। वहीं शुक्र की बात करें तो आजकल वह सूर्य की चमक में छिपा हुआ है। डॉ. शशिभूषण पांडे के मुताबिक यह दुर्लभ संयोग दशकों में एक बार बनता है। अब आप सोच रहे होंगे कि 4 जून को घटने वाली यह खगोलिय घटना भारतीय राजनीति के लिए कैसे विशेष हो सकता है। तो बता दें कि 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे। यही कारण है कि इस तारीख को भारतीय राजनीति के भविष्य के लिहाज से विशेष बताया जा रहा है।
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