Highlights
- विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को दो बार स्थगित किया
- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सदन के अंदर कदम रखते ही हंगामा और बढ़ गया
- वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने 2022-23 के लिए 3,436.56 करोड़ रुपये का बजट पेश किया
Jharkhand News: झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन सोमवार को विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायकों के हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने राज्य को ‘सूखाग्रस्त’ का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर सदन में हंगामा किया। इसके कारण विधानसभा अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी। सदन की कार्यवाही सोमवार को सुबह 11 बजे जैसे ही शुरू हुई, किसानों की पारंपरिक पोशाक पहने भाजपा विधायक सदन के बीचों-बीच आ गए और हंगामा किया, जिसके कारण प्रश्नकाल बाधित हो गया।
मुख्यमंत्री के सदन में आते ही हंगामा और बढ़ गया
राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सदन के अंदर कदम रखते ही हंगामा और बढ़ गया। विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो और ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने आश्वासन दिया कि इस मामले पर बाद में विशेष चर्चा निर्धारित है। इसके बावजूद BJP विधायकों ने विरोध जारी रखा। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही दोपहर साढ़े 12 तक के लिए स्थगित कर दी। बाद में कार्यवाही को 12 बजकर 35 मिनट पर दोबारा शुरू किया गया। इस दौरान वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने 2022-23 के लिए 3,436.56 करोड़ रुपये का पूरक बजट पेश किया। इस दौरान भी भाजपा विधायकों का हंगामा जारी रहा और अध्यक्ष ने एक बार फिर कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी।
हालही में भाजपा किसान मोर्चा ने किया था धरना-प्रदर्शन
राज्य बारिश के अभाव के कारण सूखे का सामना कर रहा है। इसको लेकर राज्य को बिना देरी किए सूखाग्रस्त घोषित करने और किसानों को राहत प्रदान करने की मांग को लेकर भाजपा किसान मोर्चा ने बुधवार को समाहरणालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया था। किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष रामानंद साहू के नेतृत्व में आयोजित धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम में भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष काशीनाथ महतो विशेष रूप से शामिल हुए। धरना-प्रदर्शन के बाद महामहिम राज्यपाल के नाम आठ सूत्री मांगों से संबंधित एक ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा गया।