Highlights
- 70 सालों से रांची रेलवे स्टेशन के पास हो रही दुर्गा पूजा
- रेलवे ने दुर्गा पूजा का पंडाल हटाने का दिया आदेश
- सांसद संजय सेठ ने कहा- डीआरएम रोक कर दिखाएं
Jharkhand News: रांची रेलवे स्टेशन के पास 70 सालों से हो रही दुर्गा पूजा को रोकने के लिए रेलवे ने फरमान जारी किया है। रेलवे रांची के एसएसई ऑफिस ने आरपीएफ को पत्र लिखकर कहा है कि रेलवे परिसर में बिना अनुमति के दुर्गा पूजा पंडाल बन रहा है, जिसे तुरंत रोकें। ये पत्र तीन अगस्त को जारी किया गया है। इस पर सांसद संजय सेठ ने कहा कि हिम्मत है तो डीआरएम रोक कर दिखाएं।
लगभग आधा पूजा पंडाल बनकर तैयार
बताया जा रहा है कि रेलवे के इस फरमान के बीच कोलकाता से आए कलाकार 20 दिन से पूजा पंडाल का निर्माण कर रहे हैं। इन कलाकारों ने लगभग आधा पूजा पंडाल बना भी लिया है। इस साल पंडाल पर करीब 30 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इस पंडाल का थीम मशरूम क्लाउड है। अब पूजा में करीब 50 दिन ही बाकी रह गए हैं। बता दें कि पहले पूजा पंडाल रांची रेलवे स्टेशन के मेन गेट के ठीक सामने बनता था। लेकिन, स्टेशन के विस्तारीकरण से तत्कालीन एडीआरएम द्वारा 2018 में पीछे शिफ्ट कर दिया गया था।
70 सालों से स्टेशन परिसर में हो रही दुर्गा पूजा
गौरतलब है कि रेलवे की ओर से जारी आदेश में काम को तुरंत रोकने को कहा गया है। आरपीएफ रांची को भेजे गए पत्र में पूजा पंडाल के निर्माण कार्य को रोकने के साथ-साथ परिसर में बने दुर्गा मंदिर को भी हटाने के लिए कहा गया है। वहीं रांची रेलवे स्टेशन दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष मुनचुन राय ने कहा कि 70 सालों से दुर्गा पूजा हो रही है। 2018 में तत्कालीन एडीआरएम ने ही यहां पूजा के लिए जगह आवंटित की थी। अब अचानक पूजा पंडाल के निर्माण को रोकने का आदेश जारी करना सही नहीं है।
"दम है तो रेलवे इसे रोक कर दिखाए"
रेलवे रांची के एसएसई ऑफिस ने आरपीएफ को पत्र लिखकर ये कहा है कि रांची रेलवे स्टेशन के परिसर में बिना इजाजत के दुर्गा पूजा पंडाल का निर्माण हो रहा है, जिसे तुरंत रोका जाए। अब इस मामले में बीजेपी के सांसद संजय सेठ ने कहा कि देश में शरिया कानून नहीं चलेगा। आस्था के साथ खिलवाड़ करने नहीं दिया जाएगा। दम है तो रेलवे इसे रोक कर दिखाए।