Highlights
- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का करीबी खनन के लिए इस्तेमाल करता था जहाज
- कीमत जान कर हैरान रह जाएंगे आप
- बिना किसी परमिट के संचालित किया जा रहा था अंतर्देशीय पोत
Jharkhand News: झारखंड टेंडर घोटाला मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी की कार्रवाई में एक और खुलासा हुआ है। राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबी और उनके विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के पास से एक जहाज बरामद हुआ है, जिसका इस्तेमाल खनन में किया जाता था। जहाज को फिलहाल जब्त कर लिया गया है, इसकी कीमत लगभग 30 करोड़ रुपए बताई जा रही है। इसी छापेमारी में ईडी ने एक अंतर्देशीय पोत-एमवी इंफ्रा लिंक-111 को भी जब्त किया गया है।
बिना किसी परमिट के संचालित किया जा रहा था अंतर्देशीय पोत
ईडी का कहना है कि इस अंतर्देशीय पोत को साहिबगंज के सुकरगढ़ घाट से बिना किसी परमिट के अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था। इस जहाज का इस्तेमाल अवैध खनन में निकले पत्थर और पत्थर के चिप्स को ले जाने में किया जा रहा था।
जेल में हैं पंकज
फेडरल इंवेस्टिगेटिव एजेंसी ने बीते दिनों अपने क्षेत्रीय कार्यालय में लंबी पूछताछ के बाद मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया था। ED ने मिश्रा को स्पेशल PMLA कोर्ट के जज प्रभात कुमार शर्मा के समक्ष पेश किया और उनकी 14 दिन की हिरासत की मांग करते हुए कहा कि उनका रिमांड ''अपराध से कमाई गई आय की पूरी जानकारी और अवैध कृत्यों के माध्यम से उत्पन्न ऐसे धन के लाभार्थियों की पहचान'' की जांच करने के लिए आवश्यक है। मिश्रा के वकील ने ED के अनुरोध का विरोध करते हुए कहा कि उनका मुवक्किल एजेंसी के साथ सहयोग करने के लिए तैयार है। बचाव पक्ष के वकील ने यह भी आग्रह किया कि मिश्रा को उनकी रिमांड अवधि के दौरान आवश्यक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान की जाए और वकील से मिलने की अनुमति दी जाए।
अवैध खनन को लेकर है मामला
ED ने मिश्रा और अन्य के खिलाफ मार्च में PMLA का मामला दर्ज करने के बाद छापेमारी शुरू की थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उन्होंने अपने पक्ष में अवैध रूप से बड़ी संपत्ति हड़प ली। छापेमारी के बाद ED ने मिश्रा और उससे जुड़े एक व्यक्ति दाहू यादव के 37 बैंक खातों में जमा 11.88 करोड़ रुपये की राशि फ्रीज कर दी थी। इसके अलावा, एजेंसी द्वारा 5.34 करोड़ रुपये की नकदी भी जब्त की गई थी और दावा किया कि यह पैसा झारखंड में अवैध खनन से जुड़ा था। ED ने अवैध रूप से संचालित किए जा रहे 5 स्टोन क्रशर और अवैध बंदूक कारतूस भी जब्त किए थे। ED ने कहा, जांच के दौरान इकट्ठा किए गए सबूतों, जिनमें कई व्यक्तियों के बयान, डिजिटल एविडेंस और डाक्यूमेंट शामिल हैं, से पता चला है कि जब्त नकदी या बैंक में जमा राशि वन क्षेत्र सहित साहिबगंज में बड़े पैमाने पर किए गए अवैध खनन से प्राप्त हुई है।