Highlights
- झारखंड में 6 बच्चों की बांध में डूबने से मौत
- झारखंड के पलामू और हजारीबाग का मामला
- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जताया दुख
Jharkhand News: झारखंड के पलामू और हजारीबाग में 6 बच्चों की डूबने से मौत हो गई। बच्चों की मौत पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर दुख व्यक्त किया है और उनके परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की। बता दें, झारखंड के पलामू जिले के सतबरवा थानान्तर्गत एक खदान में जमा पानी में नहाने गये तीन बच्चों की रविवार को डूबने से मौत हो गई, जबकि हजारीबाग के मेरू में भी तीन बच्चों की एक स्थानीय बांध में नहाते समय डूब जाने से मौत हो गयी। पलामू के पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने भाषा को बताया कि चार बच्चे रविवार दोपहर में सतबरवा थानांतर्गत गोरा खदान में भरे पानी में नहाने गये थे और इसी दौरान एक बच्चा डूबने लगा, जिसे बचाने की कोशिश में उसके दो अन्य साथी भी डूब गये।
मृतक बच्चों की उम्र 10 से 12 वर्ष के बीच है
उन्होंने बताया कि इनके साथ गये एक अन्य बच्चे ने अपने साथियों के साथ पानी में जाने से इनकार कर दिया था जिसके चलते उसकी जान बच गयी। उन्होंने बताया कि यह ग्रेफाइट पत्थर की खदान है। सिन्हा ने बताया कि तीनों बच्चों के शव को गोताखोरों की मदद से निकाल लिया गया है। उन्होंने बताया कि मृतक बच्चों की उम्र 10 से 12 वर्ष के बीच है, जिनकी पहचान अमन, अफसर और अख्तर के रूप में हुई है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जताया दुख
वहीं, हजारीबाग में मेरू इलाके में सीमा सुरक्षा बल के प्रशिक्षण केन्द्र के करीब रेहड़ा बांध में भी नहाने गये तीन बच्चों की डूबने से मौत हो गयी। मृतकों की पहचान अंशूराज, देवेश कुमार और रघु रजक के रूप में हुई है, जिनकी आयु 12 से 13 वर्ष के बीच थी। मृतक सीमा सुरक्षा बल के जवानों के बच्चे थे। दोनों घटनाओं में हुई बच्चों की मौत पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर दुख व्यक्त किया है और उनके परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की।
उफान पर बांध और नदियां
बता दें, राज्य में लगातार हो रही बारिश से नदियां और बांध उफान पर हैं। निचले इलाकों में बाढ़ के हालात बनने पर झारखंड के दक्षिणी हिस्से में रहने वाले करीब 2,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। हालांकि, भारी बारिश लाने वाला गहरे दबाव का क्षेत्र कमजोर पड़ा है, लेकिन राज्य के कुछ हिस्सों में रविवार को हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। झारखंड के कोल्हान संभाग में शनिवार से बाढ़ जैसी स्थिति से प्रभावित करीब 2,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। कोल्हान संभाग में सरायकेला-खरसावां और पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूम जिले शामिल हैं।