झारखंड के गढ़वा जिले में आदमखोर तेंदुए के हमले में एक और बच्चे की मौत हो गई है। इस बार तेंदुए ने रंका अनुमंडल क्षेत्र के सेवाडीह में एक बच्ची को अपना निवाला बनाया। दस दिनों के भीतर पलामू टाइगर रिजर्व इलाके और गढ़वा जिले में तीन बच्चे तेंदुए के हमले में मारे जा चुके हैं। इन घटनाओं से जंगलवर्ती इलाकों के लोग भारी दहशत में हैं।
सोमवार को हुई घटना के बारे में बताया गया कि सेवाडीह गांव के खरवार टोला निवासी जगदेव सिंह की 7 वर्षीय पुत्री सीता कुमारी घर के सामने झाड़ी के पास शौच के लिए गई थी। इसी दौरान तेंदुए ने अचानक हमला कर उसकी गर्दन पकड़ ली। उसके घर और गांव के लोग उसे बचाने दौड़े तो तेंदुआ बच्ची को लेकर जंगल की ओर भागने लगा। लोगों ने लाठी-डंडे लेकर तेंदुए का पीछा किया। तेंदुआ बच्ची को छोड़कर तो भाग गया पर उसकी बुरी तरह जख्मी होने के कारण उसने तत्काल दम तोड़ दिया।
घरों में दुबक पड़े हैं लोग
इस घटना से आस-पास के लोगों में भय का माहौल बन गया है। लोग खिड़की-दरवाजे बंद करके अपने अपने घरों में दुबक गए हैं। तेंदुए के हमले में अब तक दो-तीन पालतू मवेशियों की भी मौत हुई है। लोग तेंदुए के आतंक से निजात के लिए वन विभाग से कार्रवाई की गुहार लगा रहे हैं।
गौरतलब है कि 10 दिनों के भीतर आदमखोर तेंदुए ने 3 बच्चों की जान ले ली है। पहली घटना लातेहार जिले के बरवाडीह प्रखंड क्षेत्र में हुई। यहां एक 12 वर्षीय बच्ची को तेंदुए ने अपना पहला शिकार बनाया। दूसरी घटना गढवा जिले के भंडरिया प्रखंड के रोदो गांव में हुई, जहां 9 वर्ष के बच्चे को तेंदुए ने मार डाला था और उसके शरीर के आधे हिस्से को खा गया था।