Highlights
- हेमंत सोरेन के करीबी पंकज मिश्रा के ठिकानों पर ED की छापेमारी
- टेंडर घोटाला से जुड़े मामले में बड़ी कार्रवाई
- पंकज मिश्रा ने कहा था, ईडी से डरता नहीं हूं
Jharkhand ED Raid: झारखंड के टेंडर घोटाले से जुड़े मामले में ईडी की बड़ी कार्रवाई हुई है। ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के घर और उनके करीब 18 ठिकानों पर छापेमारी की है। जानकारी के अनुसार ईडी ने यह रेड सुबह 5 बजे के करीब शुरू की। इस रेड के लिए ईडी ने भारी मात्रा में सीआरपीएफ के जवानों की मदद ली है। पंकज मिश्रा के साथ-साथ उनके करीबी कहे जाने वाले राजू, पतरु सिंह और ट्विंकल भगत के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई है।
झारखंड टेंडर स्कैम में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई
झारखंड टेंडर स्कैम में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई हुई है। ईडी ने झारखंड के साहेबगंज, बरहेट और राजमहल समेत करीब 18 जगहों पर सुबह 5 जबे से छापेमारी की है। बड़ी बात यह है कि ईडी ने इस रेड के लिए अर्धसैनिक बलों की सहायता ली है।
अर्धसैनिक बल रेड वाली जगहों पर सुबह से ही तैनात हैं। खबरों के अनुसार इस रेड में ईडी के हाथों अहम सुबूत लगे हैं। जानकारी मिल रही है कि यह रेड आज शाम तक जारी रहेगी।
ईडी से डरता नहीं हूं: पंकज मिश्रा
आपको बता दें जिन पंकज मिश्रा के ठिकानों पर ईडी ने कार्रवाई की है, उन्होंने कुछ दिनों पहले ही कहा था कि वह ईडी से डरते नहीं हैं। उन्होंने मीडिया को दिए अपने बयान में कहा था कि वह ईडी की जांच से डरते नहीं और उस दिन के लिए तैयार बैठे हैं जब ईडी के अधिकारी उनसे पूछताछ करेंगे। उन्होंने कहा था मैं हर सवालों का जवाब देने के लिए तैयार हूं।
आईएएस पूजा सिंघल पर हुई थी कार्रवाई
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार की खान, उद्योग सचिव आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल (IAS Pooja Singhal) को मनरेगा घोटाले के मामले में पिछले दिनों प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ के दौरान ईडी को कई चौंकाने वाली बातें पता लगी हैं। ईडी के अनुसार, पूजा सिंघल के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान उन्हें जो डॉक्यूमेंट्स मिले हैं, वह हैरान करने वाले हैं और अगर वह सामने आए तो हड़कंप मच जाएगा। इस पर कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल के यहां इन्हें सीलबंद लिफाफे में जमा करा दिया गया है। पूजा सिंघल (IAS Pooja Singhal) साल 2000 बैच की झारखंड कैडर की IAS अधिकारी हैं।
वह महज 21 साल की उम्र में आईएएस बन गई थीं और कम उम्र में बड़ी उपलब्धि हासिल करने की वजह से उनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज है। पूजा सिंघल ने करीब 20 सालों तक झारखंड में अलग-अलग पदों पर सेवाएं दी हैं। इस दौरान पूजा पर भ्रष्टाचार समेत कई गंभीर आरोप लगे। लेकिन सरकार ने उन्हें जांच के बाद क्लीन चिट भी दी।