हरियाणा: सीबीआई ने निजी कोचिंग केंद्रों द्वारा जेईई (मेन)-2021 परीक्षा में कथित धांधली से संबंधित एक मामले की चल रही जांच में फरार आरोपी विनय दहिया को गिरफ्तार कर लिया है। जांच के दौरान पाया गया कि परीक्षा में हुई थांधली में अलग-अलग तौर-तरीकों का इस्तेमाल किया गया था, जिसमें परीक्षा से एक दिन पहले कथित तौर पर पेपर लीक होना, पैसे देकर सॉल्वरों को ऑनलाइन परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने की पेशकश की गई और परीक्षा के दौरान उम्मीदवारों को उत्तर से संबंधित चिट की भी आपूर्ति कराई गई थी।
कथित रूप से इस पूरी धांधली के मास्टरमाइंड के कथित आरोपी विनय दहिया को गुड़गांव (हरियाणा) में उसके ठिकाने से गिरफ्तार किया गया, जो पिछले साल से फरार चल रहा था। गिरफ्तार आरोपी को आज सीएमएम, आरएडीसी, नई दिल्ली के समक्ष पेश किया गया और उसे पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
दिल्ली-NCR सहित 19 जगहों पर छापेमारी
सीबीआई ने 2021 में हुई जेईई (मुख्य) परीक्षा में कथित हेराफेरी के सिलसिले में शनिवार को दिल्ली एवं एनसीआर सहित कई शहरों में 19 स्थानों पर छापेमारी की। एजेंसी ने दिल्ली के अलावा, पुणे, जमशेदपुर, इंदौर और बैंगलुरु में भी तलाशी अभियान चलाया। अधिकारियों ने कहा कि छापेमारी में 25 लैपटॉप, सात कंप्यूटर, लगभग 30 ‘पोस्ट-डेटेड चेक’ के अलावा विभिन्न छात्रों की नंबरशीट सहित अन्य दस्तावेज जब्त किए गए हैं। इस मामले में कई लोगों से पूछताछ की जा रही है और मामले की जांच जारी है।
सितंबर 2021 में, सीबीआई ने परीक्षा में कथित हेरफेर के लिए ‘एफिनिटी एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड’ और उसके तीन निदेशकों - सिद्धार्थ कृष्ण, वी. मणि त्रिपाठी और गोविंद वार्ष्णेय - के अलावा अन्य दलालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
एक छात्र से वसूलते थे 12 से 15 लाख
इन सभी पर यह आरोप है कि ये लोग छात्रों से मोटी रकम लेकर जेईई (मुख्य) की ऑनलाइन परीक्षा में हेरफेर कर रहे थे। ये सभी आरोपी गारंटी के तौर पर इच्छुक छात्रों की कक्षा 10 और 12 की अंकतालिका, ‘यूजर आईडी’, ‘पासवर्ड’ और ‘पोस्ट-डेटेड चेक’ ले लेते थे और जेईई की परीक्षा पास होने के बाद प्रति छात्र 12 से 15 लाख रुपये वसूल करते थे।
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