जम्मू: जम्मू कश्मीर के गांदरबल जिले में सोनमर्ग के पास बालटाल में जबरदस्त बर्फीला तूफान आया है। इस बर्फीले तूफान की डराने वाला वीडियो भी सामने आया है। हालांकि तूफान से अभी तक जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। प्रशासन ने लोगों को अलर्ट किया है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में इन दिनों कई जगहों पर बर्फ की मोटी चादर जमने की वजह से यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में ताजा बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश के कारण पहलगाम और गुलमर्ग को छोड़कर पूरी घाटी में रात का तापमान जमाव बिंदु से ऊपर चला गया है। सोनमर्ग, गुलमर्ग, तंगधार और कश्मीर के अन्य ऊंचाई वाले इलाकों में ताजा बर्फबारी हुई है।
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कश्मीर में इन दिनों सर्दी का सितम जारी है। मौसम कार्यालय ने कहा है कि दिन बढ़ने के साथ शाम या रात तक बर्फबारी या बारिश में धीरे-धीरे तेजी आएगी। मौसम विभाग ने कहा कि कुछ स्थानों, मुख्य रूप से ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी हो सकती है और आज जम्मू के मैदानी इलाकों में व्यापक रूप से हल्की से मध्यम बर्फबारी या बारिश की संभावना है। शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर में कुछ स्थानों पर हल्की बर्फबारी या बारिश होने की संभावना है, जबकि इसके बाद 17 जनवरी तक मौसम मुख्य रूप से शुष्क बना रहेगा।
पहलगाम और गुलमर्ग को छोड़कर समूची घाटी में रात के तापमान में वृद्धि होगी और तापमान शून्य से ऊपर रहेगा जिससे भीषण ठंड की स्थिति से राहत मिलेगी। अधिकारियों ने कहा कि श्रीनगर में मंगलवार रात न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। काजीगुंड में न्यूनतम तापमान 1.6 डिग्री सेल्सियस, दक्षिण कश्मीर के कोकेरनाग में न्यूनतम तापमान 0.7 डिग्री सेल्सियस, कुपवाड़ा में 1.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अनंतनाग जिले के पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 0.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
बारामूला जिले के गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से तीन डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। कश्मीर वर्तमान में ‘चिल्लई कलां’ की चपेट में है, 40 दिनों की सबसे कठोर मौसमी अवधि में बर्फबारी की संभावना अधिकतम और सबसे अधिक होती है। चिल्लई कलां 21 दिसंबर को शुरू होता है और 30 जनवरी को समाप्त होता है। उसके बाद 20 दिनों तक ‘चिल्लई खुर्द’ (छोटी ठंड) और 10 दिनों तक ‘चिल्लई बच्चा’ होता है।