राजौरी (जम्मू-कश्मीर): आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी में एक बार फिर हिंदुओं को निशाना बनाया है। कल राजौरी के डांगरी गांव के 3 घरों पर अंधाधुन फायरिंग के बाद आज आतंकियों ने उसी गांव में IED ब्लास्ट को अंजाम दिया है। इस बार आतंकियों ने छोटे-छोटे बच्चे और औरतों को निशाना बनाया है। आईडी ब्लास्ट में 1 बच्चे की मौत हो गई, जबकि 5 लोग जख्मी हुए हैं। चश्मदीदों के मुताबिक दहशतगर्द चुन-चुनकर हिंदुओं को मार रहे हैं। आधार कार्ड देख देखकर लोगों को हत्याए कर रहे हैं। फिलहाल गांव में भारी सुरक्षाबल तैनात हैं। सिक्योरिटी फोर्स ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और चप्पे चप्पे की तलाशी ली जा रही है। लेकिन अभी राजौरी के हिंदू बहुल डांगरी गांव में दहशत का माहौल है।
ब्लास्ट के बाद जमीन पर नजर आ रहे खून के धब्बे
आईडी ब्लास्ट कितना खतरनाक था इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि ब्लास्ट के बाद मौक़े पर शरीर के कई टुकड़े बिखरे हुए थे। आतंकियों ने राजौरी के जिस डांगरी गांव में IED ब्लास्ट किया वहां अफरा तफरी का माहौल है। जमीन पर खून के धब्बे नजर आ रहे हैं। लोगों का कहना है कि गांव में हिंदू सुरक्षित नहीं है, उन्हें कभी भी निशाना बनाया जा सकता है।
हिंदू परिवारों को बनाया गया निशाना
आतंकियों ने डांगरी गांव के जिन घरों पर अंधाधुंध फायरिंग की उनके गेट पर अभी भी गोलियों के निशान दिखाई दे रहे हैं। जमीन पर खून भी बिखरा हुआ है। कल शाम आंतिकयों के हमले में कुल 10 लोगों को गोली लगी थी जिनमें 4 की मौत हो गई जबकी 6 लोग घायल हैं जिनका इलाज जारी है। जिन लोगों की मौत हुई और जो घायल हैं वो सभी हिंदू हैं।
पहले आधार कार्ड मांगा, फिर पहचान कर गोलीबारी की
आतंकियों ने ये गोलीबारी राजौरी के डांगरी इलाके में की। आतंकियों ने पहले परिवार से आधार कार्ड मांगा, फिर उनकी पहचान कर गोलीबारी की। करीब 7:15 बजे हायर सेकेंड्री स्कूल, डांगरी के पास गोलीबारी की घटना हुई जिसमें एक महिला और एक बच्चे समेत एक हिंदू परिवार के 7 लोग घायल हो गए। बाद में सतीश समेत 4 लोगों ने दम तोड़ दिया, जबकि अन्य का इलाज जीएमसी राजौरी में चल रहा है। घटना अपर डांगरी गांव की है। यहां करीब 50 मीटर की दूरी पर अलग-अलग तीन घरों में फायरिंग की गई।
'आतंकियों का मकसद हिंदुओं के बीच दहशत पैदा करना है'
इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों में नाराजगी देखी गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि आतंकियों का मकसद हिंदुओं के बीच दहशत पैदा करना है ताकि वो डरकर यहां से पलायन कर जाएं। हमले के विरोध में लोगों ने राजौरी शहर में सोमवार को पूर्ण बंद की अपील की थी। इसी को लेकर सोमवार को डांगरी में प्रदर्शन हो रहा था तभी ये IED ब्लास्ट हो गया।
सूचना के बाद डेढ़ घंटे देर से पहुंची पुलिस
जिस गांव में ये आतंकी हमला हुआ है वहां के सरपंच ने लोकल पुलिस के इसकी सूचना दी थी लेकिन पुलिस डेढ़ घंटे देर से पहुंची। ऐसे में लोग पुलिस पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं और इलाके को आर्मी के हवाले करने की बात कह रहे हैं।