Highlights
- लश्कर और अल-बद्र आतंकी समूहों का मुख्य सदस्य है
- आतंकी ने अरनिया में हथियार गिराने के मामले में अपनी भूमिका स्वीकार की और दो स्थानों का भी खुलासा किया
- टोफ गांव से हथियारों, गोला-बारूद और विस्फोटकों का एक पैकेट बरामद हुआ।
Jammu Kashmir News: पुलिस ने निशानदेही-बरामदगी के दौरान पुलिसकर्मी की राइफल छीनकर उनपर गोलियां चलाने वाले लश्कर-ए-तैयबा के जेल में बंद एक आतंकवादी को मार गिराया है। घटना के वक्त पुलिस का दल इस आतंकवादी को हथियारों की बरामदगी के सिलसिले में इंटरनेशनल बॉर्डर पर लेकर गया था। जम्मू क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह ने बताया कि घटना में एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ है, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हथियार गिराने के मामले में आतंकवादी का नाम आया था सामने
उन्होंने बताया कि आतंकवादी की पहचान मोहम्मद अली हुसैन उर्फ 'कासिम' उर्फ 'जहांगीर' के रूप में की गई है जो कोट भलावल जेल में बंद था। अधिकारी ने कहा कि 24 फरवरी को अरनिया सेक्टर में पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियार गिराने के मामले की जांच के दौरान आतंकवादी का नाम सामने आया था। पुलिस महानिदेशक ने बताया, ''जम्मू के एक आरोपी ने खुलासा किया कि पाकिस्तानी कैदी ड्रोन गिराने में सहायक रहा है और लश्कर और अल-बद्र आतंकी समूहों का मुख्य सदस्य है। आरोपी को जेल से पहले अदालत लाया, जिसने उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया।’’
दो जगहों पर ड्रोन से गिराए थे हथियार
उन्होंने कहा कि लगातार पूछताछ के दौरान आरोपी ने अरनिया में हथियार गिराने के मामले में अपनी भूमिका स्वीकार की और दो स्थानों का भी खुलासा किया जहां ड्रोन द्वारा गिराए गए हथियार और गोला-बारूद छुपाए गए थे। महानिदेशक ने बताया, ''हथियारों को बरामद करने के लिए पुलिस का एक दल संबंधित मजिस्ट्रेट के साथ एक के बाद एक लगातार मौके पर गया। हालांकि, पहले स्थान पर कोई सामान बरामद नहीं हुआ और दूसरे स्थान, फलियां मंडल के टोफ गांव, (इंटरनेशनल बॉर्डर के निकट) से हथियारों, गोला-बारूद और विस्फोटकों का एक पैकेट बरामद हुआ।’’
गिराए गए पैकेट की जांच जारी
उन्होंने कहा कि जिस समय पैकेट खोले जा रहे थे, आतंकवादी ने एक पुलिस अधिकारी पर हमला किया और उसकी सर्विस राइफल छीन ली। उन्होंने बताया, ''उसने पुलिस दल पर गोली चलाई और मौके से भागने की कोशिश की। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने गोली चलाई, जिसमें आरोपी घायल हो गया और उसे घायल पुलिस अधिकारी के साथ जम्मू के जीएमसी अस्पताल ले जाया गया, जहां आतंकवादी ने बाद में दम तोड़ दिया।'' पुलिस महानिदेशक ने कहा कि बम निरोधक दस्ते की मदद से गिराए गए पैकेट की जांच की जा रही है।