जम्मू कश्मीर: घाटी में भीषण बर्फबारी के बीच भी भारतीय सेना के हौसले बुलंद हैं। ताजा मामला ये है कि भारतीय सेना के जवानों ने एक प्रेगनेंट महिला की जान बचाई है। जिसके बाद कश्मीरी आवाम जवानों के हौसले और साहस को सलाम कर रही है। सेना के जवानों ने कुपवाड़ा जिले में 11 जनवरी की सर्द रात को भारी बर्फ और जोखिम के बीच कालारूस ब्लॉक के सरकुली गांव के झकडनाका निवासी एक प्रेगनेंट महिला मरियम बेगम की जान बचाई।
11 जनवरी की रात को हुआ क्या था?
11 जनवरी को रात 8:30 बजे, भारतीय सेना को सरकुली गांव के सरपंच, डीडीसी और परिवार के सदस्यों से ये जानकारी मिली कि एक प्रेगनेंट महिला गंभीर स्थिति में है और उसे फौरन मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत है। इस समय तक भारी बर्फबारी की वजह से सड़कें पूरी तरह से जाम हो गई थीं और फिसलन भी बहुत थी। पीड़ित के परिवार द्वारा क्षेत्र के ट्रांसपोर्टरों और निजी वाहनों के मालिकों से मदद मांगी गई थी लेकिन अंधेरे और बर्फबारी की वजह से मदद नहीं मिल सकी।
हालात की गंभीरता को समझते हुए, कालारूस सीओबी से बचाव दल और मेडिक्स ने फौरन पीड़ित परिवार को जवाब दिया और सड़क पर भारी बर्फ और फिसलन के बावजूद मौके पर पहुंच गया। इसके बाद पीड़ित को सुरक्षित तरीके से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कालारूस ले जाया गया। इस दौरान पीएचसी में मेडिकल कर्मचारी पहले से तैयार थे और मरीज के पहुंचते ही उसका इलाज शुरू कर दिया।
बचाव दल के मौके पर पहुंचने की वजह से प्रेगनेंट महिला की जान बच सकी। इसके बाद पीड़ित महिला के परिवार और डॉक्टरों ने सेना को उसकी अलर्टनेस के लिए आभार जताया। अगर सेना के जवान मौके पर नहीं पहुंचते तो कोई भी अनहोनी हो सकती थी।