Highlights
- वक्फ बोर्ड ने करीब 9 एकड़ ज़मीन सरकार को देने का एलान किया
- जो पिछले 70 सालू में नहीं हुआ ,वो अब होने जा रहा है: बीजेपी नेता
Jammu Kashmir: श्रीनगर के ईदगाह इलाके में कश्मीर का पहला कैंसर हॉस्पिटल बनने जा रहा है, जिसके लिए वक्फ बोर्ड ने वक्फ बोर्ड ने ज़मीन की निशानदही करके करीब 9 एकड़ ज़मीन सरकार को सौंपने का एलान किया है। वक्फ बोर्ड की चेयरमैन दरक्शा अंद्राबी का कहना हैं कि ईदगाह की ज़मीन पर कई एन्क्रोचमेंट हुई हैं ,लेकिन अब इस ज़मीन का सही इस्तेमाल किया जाएगा। हालांकि इससे पहले डाउनटाउन में वाका सुल्तानुल आरफीन के पास एक जगह को हॉस्पिटल बनाने के लिए चुना गया था, लेकिन उस जगह का सर्वे होने के बाद आर्कोलॉजिकल डिपार्टमेंट ने उसे मेहफ़ूज़ नहीं बताया। जिसके बाद वक्फ बोर्ड ने इस जगह को कैंसर हॉस्पिटल बनाने के लिए सरकार के नाम कर दिया।
शाह रख सकते हैं हॉस्पीटल की नींव
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रिय ग्रह मंत्री अमित शाह अपने जम्मू कश्मीर दौरे के दौरान बड़े विकास के प्रोजेक्टों के साथ-साथ इस कैंसर हॉस्पिटल की भी नींव रख सकते हैं। वक्फ बोर्ड की तरफ से सरकार को अस्पताल बनाने के लिए दी जाने वाली ज़मीन पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और कश्मीर प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने इंडिया टीवी से बात करते हुए कहा कि कश्मीर में जो पिछले 70 सालू में नहीं हुआ ,वो अब होने जा रहा है। कश्मीर को पहला कैंसर हॉस्पिटल मिल रहा है। कश्मीर के लोगों को देश के दूसरे राज्यों में इलाज करने के लिए जाना पड़ता था, लेकिन अब सरकार की मदद से यहां एक बड़ा हॉस्पिटल बनने जा रहा है और इसके लिए वक्फ बोर्ड ने सरकार को ज़मीन भी दी है।
जहां बनेगा हॉस्पीटल, वहां था प्ले ग्राउंड
श्रीनगर के ईदगाह इलाके में वक्फ बोर्ड ने 82 एकड़ की ज़मीन में से सरकार को कैंसर हॉस्पिटल बनाने के लिए ज़मीन देने की घोषणा की हैं। श्रीनगर के ईदगाह में एक बहुत बड़ा प्ले ग्राउंड एक पब्लिक पार्क और एक मस्जिद भी है। जिस जगह पर कैंसर हॉस्पिटल बनाया जाएगा उस ज़मीन पर एक क्रिकेट ग्राउंड था, जिस पर फ़िलहाल कुछ दिनों से क्रिकेट खेलने की अनुमति नहीं दी जा रही हैं। श्रीनगर के लोगो का कहना है की यहां कैंसर हॉस्पिटल बनाना एक बहुत अच्छी बात है इससे आम लोगों को तो फ़ायदा ज़रूर होगा लेकिन इस जगह के बदले अगर सरकार किसी दूसरी जगह को हॉस्पिटल बनाने के लिए चुनती तो वो बेहतर रहता क्यों कि ये जगह हमेशा से एक प्ले ग्राउंड और ईद की नमाज़ के लिए इस्तेमाल की जाती है।