जम्मू कश्मीर: आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद श्रीनगर में अब तक की सबसे बड़ी राजनीतिक रैली हुई है। इस रैली में हजारों लोग आए और पीएम मोदी से अपील करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर में स्टेटहुड को जल्द से जल्द बहाल किया जाए। इस रैली का आयोजन जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी ( JKAP) ने किया था। साल 2020 में पीडीपी के पूर्व मंत्री अल्ताफ बुखारी ने पीडीपी के सभी बड़े बागी नेताओं के साथ मिलकर इस पार्टी को बनाया था।
हजारों की संख्या में लोग श्रीनगर के शेर इ कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में जुटे, जिसमें कई जिलों के लोग एक मंच पर साथ थे। नाच गाना और ढोल नगाड़ों की आवाज से स्टेडियम के चारों तरफ एक उत्साह दिखाई दे रहा था। ऐसा उत्साह 3 सालों के बाद पहली बार किसी राजनीतिक पार्टी की रैली में देखने को मिला। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यह अब तक की सबसे बड़ी रैली है।
अल्ताफ बुखारी ने कही ये बात
इस रैली में जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी के चेयरमैन अल्ताफ बुखारी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इस रैली का मकसद अपनी ताकत को दर्शाना नहीं बल्कि राज्य का दर्जा ,भूमि की सुरक्षा और नौजवानों को रोजगार और हॉर्टिकल्चर को बढ़ावा देना है।
अल्ताफ बुखारी ने केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनावों से पहले राज्य का दर्जा बहाल किया जाए। उन्होंने कहा कि चुनाव होने के साथ ही जब एक चुनावी सरकार आएगी तो राज्य के हालात बेहतर हो जाएंगे।
अल्ताफ बुखारी ने कहा कि लोगों की यह मौजूदगी राज्य की बहाली के लिए है। प्रधानमंत्री ने जो वायदा किया है, उसे अब बहाल किया जाना चाहिए। अल्ताफ बुखारी ने दूसरी राजनीतिक पार्टियों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि हमारी पार्टी झूठ की की सियासत नहीं करती और ना ही हम लोगों को धोखा देते हैं। जहां तक आर्टिकल 370 का मामला है, वो सुप्रीम कोर्ट में हैं। उसे बहाल करने की लड़ाई हम कानूनी तौर जारी रखेंगे।
क्या ये अगले साल होने वाले चुनावों की तैयारी है?
इस रैली को जम्मू कश्मीर में अगले साल होने वाले चुनावों की नजर से भी देखा जा रहा है। क्योंकि इस बार कई नई पार्टी और चेहरे चुनावी मैदान में आने की तैयारी कर रहे हैं। खासकर पूर्व सीएम गुलाम नबी आजाद अपनी पार्टी डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी के नाम से इस बार विधानसभा चुनावों में हिस्सा ले रहे हैं।
बता दें कि आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद अल्ताफ बुखारी ने पीडीपी से अलग होकर मार्च 2020 में जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी बनाई थी। और यह इनकी पार्टी की श्रीनगर में अब तक की सबसे बड़ी रैली है, जिसमें उन्होंने अपनी ताकत को दर्शाया है। अल्ताफ बुखारी की पार्टी में करीब 15 से ज्यादा ऐसे नेता हैं, जो पीडीपी को छोड़कर अल्ताफ बुखारी के साथ आए थे।
जम्मू कश्मीर में पिछले 4 साल से अधिक समय से सरकार नहीं है। 25 नवंबर को मतदाता सूची पूरी होने के बाद किसी भी समय जम्मू कश्मीर में चुनावों की घोषणा की जा सकती है।