नई दिल्ली: जमीयत चीफ मौलाना अरशद मदनी ने इंडिया टीवी से बात करते हुए पिछले दिनों जमीयत की बैठक को लेकर बातचीत की। उन्होंने कहा कि धरती पर सबसे पहले आदम आए थे। उन्होंने कहा, "उन्होंने जमीयत के मंच से जो बात कही थी वह अपने मुल्क की महानता की बात कही थी।" उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि अल्लाह ने आखिरी नबी को अरब में पैदा किया था लेकिन अल्लाह ने सबसे पहले नबी को भारत की धरती पर पैदा किया। उन्होंने कहा कि अल्लाह चाहता तो पहले नबी को और कहीं भी पैदा कर सकते थे, लेकिन अल्लाह ने उन्हें भारत में पैदा किया।
'ॐ और अल्लाह हर जगह व्यापत'
अरशद मदनी ने कहा कि जैसे हिंदू धर्म में माना जाता है कि मनु से ही मनुष्य का नाम पड़ा ऐसे ही आदम के नाम पर आदमी का नाम रखा। यह एक खुली हुई किताब है चाहे कोई माने या न माने। उन्होंने कहा कि जैसे हिंदू धर्म में माना जाता है कि धरती पर पहले इंसान मनु ॐ की पूजा करते थे, जिनका न कोई जिस्म माना जाता है और न ही कोई रंग-रूप। इसी तरह मुस्लिम धर्म में भी ताहि कहा गया है कि आदम अल्लाह की इबादत करते थे और उनका भी कोई रंग-रूप नहीं है। जैसे ॐ सर्वव्याप्त हैं, वैसे ही अल्लाह भी हर जगह व्यापत हैं।
घर वापसी पर भी बोले मदनी
मदनी ने कहा कि आजकल कहा जाता है कि मुसलमानों की घर वापसी कराई जाए। लेकिन घर वापसी में हम कहां जाएं? मुसलमानों का घर भारत ही है तो वह कहां जाएं? इस दुनिया में सबसे पहले इंसान भारत में ही आए थे और वह ॐ की ही पूजा करते थे जो हम भी करते हैं तो हमारी घर वापसी कहां कराई जाएगी? उन्होंने कहा कि आरएसएस चीफ मोहन भागवत का घर वापसी को लेकर आया हालिया बयान तारीफ़ के काबिल है, जिसमें उन्होंने कहा कि मुसलमानों को उनके धर्म में रहने या घर वापसी का पूरा हक़ है।