नई दिल्ली: इजरायल और हमास युद्ध ने पूरी दुनिया में उथल-पुथल मचा रखी है। इस युद्ध ने मिडिल ईस्ट में एक नया संकट खड़ा कर दिया। युद्ध दिन-प्रतिदिन घातक होता जा रहा है। इसकी वजह से हजारों मासूम लोगों की जान जा चुकी है। दुनियाभर के तमाम नेता इस युद्ध को रोकने की अपील कर चुके हैं, लेकिन किसी की अपील काम नहीं कर रही है। इसी बीच भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बड़ी पहल की है। पीएम मोदी ने सोमवार शाम को ईरान के राष्ट्रपति सैयद इब्राहीम रईसी से बात की।
इस्राइल-हमास संघर्ष पर विस्तार से हुई चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट करते हुए बताया कि उन्होंने ईरान के राष्ट्रपति से बातचीत कीसैयद इब्राहीम रईसी से बात की। इस दौरान पश्चिम एशिया में कठिन हालात और इस्राइल-हमास संघर्ष पर विस्तार से चर्चा हुई। आतंकवादी घटनाएं, हिंसा और नागरिकों की जान का नुकसान गंभीर चिंता का विषय है। तनाव बढ़ने से रोकना, निरंतर मानवीय सहायता सुनिश्चित करना और शांति, स्थिरता की शीघ्र बहाली इस वक्त सबसे अहम है। हमने चाबहार बंदरगाह सहित हमारे द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति का स्वागत किया।
बता दें की इजरायल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और फिलिस्तीन प्राधिकरण के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से भी बात कर चुके हैं। वहीं एक दिन पहले विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी रविवार 5 नवंबर को ईरान के विदेश मंत्री हुसैन आमिर-अब्दुल्लाहियन से इजराइल-हमास संघर्ष को लेकर फोन पर बात की थी। जयशंकर ने बताया था कि ईरान के विदेश मंत्री आमिर-अब्दुल्लाहियन को संघर्ष को रोकने और मानवीय सहायता प्रदान करने के महत्व से अवगत कराया।