Highlights
- सिगरेट के 850 कार्टन जब्त किए
- ड्रग्स को इंडिया में सप्लाई किया जाता
- बंदरगाहों का एरिया काफी बड़ा होता है
Cigarette: राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने अहमदाबाद के मुंद्रा बंदरगाह से 85,50,000 सिगरेट की छड़ों से भरा एक कंटेनर जब्त किया है। तस्करी कर लाई गईं सिगरेटों की कीमत 17 करोड़ रुपये आंकी गई है। डीआरआई-अहमदाबाद की टीम ने एक विशिष्ट खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए मुंद्रा पोर्ट पर एक कंटेनर को रोका और मैनचेस्टर ब्रांड की सिगरेट के 850 कार्टन जब्त किए। डीआरआई ने सीमा शुल्क अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया। एजेंसी आयातक से पूछताछ कर रही है।मुंद्रा पोर्ट पर तलाशी अभियान 11 अक्टूबर को चलाया गया था। चालू वित्तवर्ष में डीआरआई अब तक 100 करोड़ रुपये मूल्य की तस्करी वाली सिगरेट और ई-सिगरेट जब्त कर चुकी है।
ड्रग्स की खेप भी हुई थी बरामद
आपको बता दें कि आए दिन नशे की खेप को बरामद की जा रही है। हाल ही में कई बंदरगाहों से ड्रग्स की बड़ी खेप बरामद की गई थी। ड्रग्स तस्करी से पूरी दुनिया परेशान है। सभी देशों के लिए एक बड़ी समस्या बन गई है। देश में आए दिन खबर सामने आती है कि इस बंदरगाह पर बड़ी मात्रा में ड्रग्स की खेप पकड़ी गई है। आपको बता दें कि इंडियन नेवी, एनसीबी, डीआरआई समेत कई एजेसिंया एक साथ मिलकर ड्रग्स के खिलाफ काफी सख्त मुहीम चलाती है। हाल के महीनों में कई हजारों करोड़ रुपये के ड्रग्स सिर्फ बंदरगाहों पर ही पकड़े जा चुके हैं। इनमें से सबेस अधिक मामला गुजरात और मुंबई में देखने को मिला।
पाकिस्तान के थे तस्कर
हाल ही में नेवी और एनसीबी ने केरल में एक ईरानी जहाज से 200 किलो से ज्यादा हेरोइन पकड़ा, उनकी कीमत की बात करें तो 1,200 करोड़ रुपये तक आंकी गई। वही गुजरात में शनिवार के दिन एटीएस गुजरात और इंडियन कोस्ट गार्ड ने 350 करोड़ की हेरोइन जब्त की है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार और शनिवार की दौरान रात एक अभियान चलाया गया। अधिकारियों ने कहा कि नौका में चालक दल के छह सदस्य सवार थे और इसे आगे की जांच के लिए राज्य के जखाऊ बंदरगाह लाया गया है। तटरक्षक बल द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि सात और आठ अक्टूबर की दौरान रात चलाए गए संयुक्त अभियान में एक पाकिस्तानी नौका को भारतीय समुद्र क्षेत्र में संदिग्ध स्थिति में देखा गया।
सबसे बेहतर रूट माना जाता है
ड्रग्स की तस्करी के लिए समुद्र वाला रूट सबसे अधिक सेफ माना जाता है। हाल में जितनी भी ड्रग्स की खेप पकड़ी गई है उनका कनेक्शन समुद्र से रहा है। बड़े-बड़े नावों पर फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक सामान, और बड़े पार्सलों में छिपाकर लाने का प्रयास किया जाता है। भारत में ड्रग्स की खेप पहुंचान में ईरान की भी भूमिको होती है। अफगानिस्तान से जो भी ड्रग्स को इंडिया में सप्लाई किया जाता है तो ईरान का ही अक्सर पोर्ट का प्रयोग किया जाता है। आपको बता दें कि आपके मन में सवाल चल रहा होगा कि क्या वहां पर कोई सुरक्षा गार्ड नहीं होते हैं। जैसे एयरपोर्ट और स्टेशनों पर सुरक्षा होती है उस प्रकार से पोर्ट पर सुरक्षा नहीं हो पाती है इसके पीछ की वजह की बंदरगाहों का एरिया काफी बड़ा होता है। इसलिए ज्यादातर कस्टम अधिकारी और सुरक्षा एजेंसिया ड्रग्स को पकड़ पाने नकाम साबित हो जाती है।