अंतरराष्ट्रीय उड़ानें दो साल तक बंद रहने के बाद आज रविवार से फिर शुरू हो रही हैं। इसके लिए देश के हवाईअड्डे और एयरलाइन कंपनियां पूरी तरह से तैयार हैं। अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा शुरू होने से इस क्षेत्र को विकास की उड़ान भरने में मदद मिलेगी। कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए लगाई गई पाबंदियों के कारण 23 मार्च 2020 से ही नियमित उड़ानें बंद थी, लेकिन कोरोना केस नगण्य होने के बाद भारत से नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन रविवार से दोबारा शुरू हो रहा है।
नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को उम्मीद है कि नियमित अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा फिर शुरू होने के बाद अप्रैल के पहले सप्ताह में यात्रियों की संख्या में उल्लेखनीय उछाल आएगा। देश के सबसे बड़े हवाईअड्डे आईजीआईए का परिचालन करने वाली कंपनी डीआईएएल ने उम्मीद जताई है कि यहां से 60 से अधिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित होने लगेंगी। दोबारा अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा शुरू होने को लेकर भारतीय एयरलाइन कंपनियों के साथ ही अमीरात, वर्जिन अटलांटिक सहित विभिन्न विदेशी एयरलाइन कंपनियां भी उत्साहित हैं।
उड़ानों को लेकर कोविड दिशा-निर्देशों में हुआ संशोधन
सरकार ने अंतरराष्ट्रीय उड़ान संचालन के लिए कोविड दिशा-निर्देशों को भी संशोधित किया है। मेडिकल इमरजेंसी के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में तीन सीटों को खाली रखने की आवश्यकता को हटा दिया गया है। इसके साथ ही चालक दल के लिए पूर्ण पीपीई किट रखने की आवश्यकता को समाप्त कर दिया गया है। कोरोना महामारी के दौरान संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सरकार ने 23 मार्च, 2020 को भारत में निर्धारित अंतरराष्ट्रीय विमान सेवाओं को निलंबित करने का फैसला लिया था। हालांकि जुलाई 2020 से एयर बबल व्यवस्था के तहत भारत और 37 देशों के बीच विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित होती रही हैं।
विदेश जाने वालों को भी बूस्टर डोज जल्द
केंद्र सरकार जल्द ही पढ़ाई, नौकरी, कारोबार और दफ्तर के काम से विदेश जाने वालों को भी कोरोना टीके की एहतियाती खुराक देने का फैसला ले सकती है। सूत्रों के मुताबिक, विदेश जाने वालों को निजी टीकाकरण केंद्रों से भुगतान कर बूस्टर डोज लगवाने की अनुमति पर विचार जारी है।