नई दिल्ली: 26 जनवरी को भारत अपना गणतंत्र दिवस मनाएगा। हर साल इस मौके पर किसी न किसी देश के राष्ट्राध्यत्र मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होते रहे हैं। वहीं इस बार कयास लगाए जा रहे हैं कि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो राष्ट्रीय राजधानी में गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। माना जा रहा है कि नई दिल्ली द्वारा आपत्ति जताये जाने के बाद, सुबियांतो के भारत दौरा संपन्न करने के तुरंत बाद पाकिस्तान की यात्रा करने की संभावना नहीं है। हालांकि, पाकिस्तानी मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, जकार्ता ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति के भारत दौरे के बाद पाकिस्तान की यात्रा की योजना बनाई है।
हर साल शामिल होते हैं वैश्विक नेता
बता दें कि भारत ने अब तक इस साल के गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि की औपचारिक घोषणा नहीं की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सुबियांतों के दौरे के दौरान उनके साथ व्यापक बातचीत करेंगे। भारत हर साल वैश्विक नेताओं को गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता है। पिछले साल फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भारत के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे। इससे पहले मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी 2023 में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे।
कोविड के दौरान कोई नहीं रहा मुख्य अतिथि
COVID-19 महामारी के मद्देनजर 2021 और 2022 में गणतंत्र दिवस पर कोई भी मुख्य अतिथि नहीं था। वहीं 2020 में, तत्कालीन ब्राजीलियाई राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे। इससे पहले 2019 में, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि थे, जबकि 2018 में सभी 10 आसियान देशों के नेताओं ने इस कार्यक्रम में भाग लिया था। इसके पहले के पिछले सालों में, जिन हस्तियों ने गणतंत्र दिवस परेड में भाग लिया उनमें 2017 में अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान, 2016 में फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद और 2015 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा शामिल थे। साल 2014 में पूर्व-जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे मुख्य अतिथि थे। (पीटीआई इनपुट्स के साथ)
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