Highlights
- एक यात्री ने 20 रुपए की चाय पर 50 रुपए सर्विस शुल्क लेने का बिल शेयर किया
- किसी भी यात्री से एक्स्ट्रा पैसा नहीं वसूला जा रहा: Railway
- रेलवे बोर्ड ने वर्ष 2018 में एक आदेश जारी किया था
Indian Railways: दिल्ली से भोपाल के बीच चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस में चाय के बिल को लेकर एक मामला सामने आया है। दरअसल, दिल्ली—भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस से जा रहे एक यात्री ने 20 रुपए की चाय पर 50 रुपए सर्विस शुल्क लेने का बिल शेयर किया है। चाय के शुल्क वाला यह बिल सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इस पर कई यूजर्स ने जोरदार कमेंट्स भी किए हैं। वहीं कुछ यूजर्स इसके पीछे के कारणों को भी बता रहे हैं।
दिल्ली से भोपाल जा रहे एक पत्रकार ने शताब्दी ट्रेन में मिलने वाली चाय का बिल सोशल मीडिया पर शेयर किया है। पत्रकार ने कहा कि 20 रुपए की चाय पर 50 रुपए का जीएसटी। कुल मिलाकर तो यह चाय 70 रुपए की हो गई। क्यों, हैं ना यह कमाल की लूट? इस पत्रकार का कहना है कि कई बार IRCTC को इस तरह की शिकायतें की जाती हैं, लेकिन उन्हें इतना फर्क नहीं पड़ता है।
चाय के बिल पर यूजर्स ने दिए कमेंट्स
एक यूजर ने चाय का बिल शेयर करते हुए कहा कि 20 रुपए की चाय पर 50 रुपए का टैक्स, सच में देश की इकोनॉमिक्स ही बदल गई, अभी तक तो इतिहास ही बदला था। वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा कि शर्ट के कपड़े से ज्यादा शर्ट की सिलाई। इसी तरह एक यूजर का कहना है कि जीएसटी और सर्विस चार्ज में अंतर नहीं पता है क्या? किसी ने तो यहां तक लिख दिया कि घर से चाय बनाकर ले आओ, कोई सर्विस टैक्स नहीं लगेगा। यूजर्स के कमेंट्स यही नहीं रुके, एक यूजर ने सुझाव देते हुए कहा कि यह GST नहीं, बल्कि सर्विस चार्ज है। कई यूजर्स का यह कहना है कि 50 रुपए का सर्विस चार्ज बहुत ज्यादा है।
क्या कहा रेलवे अफसर ने?
सोशल मीडिया में वायरल हो रहे चाय के बिल मामले में रेलवे अफसरों ने बताया कि किसी भी यात्री से एक्स्ट्रा पैसा नहीं वसूला जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक, जब भी कोई राजधानी या शताब्दी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों में यात्रा करता है तो अगर उसने रिजर्वेशन करते समय खाना बुक किया है तो कोई भी सर्विस शुल्क नहीं लगता। अगर यात्री ने रिजर्वेशन करते वक्त खाना बुक नहीं किया तो उसे 50 रुपए सर्विस चार्ज नियमानुसार देने पड़ते हैं। इसे लेकर रेलवे बोर्ड ने वर्ष 2018 में एक आदेश भी जारी किया था।