नई दिल्ली: पाकिस्तान की सीमा में भारतीय मिसाइल गिरने के मामले पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज संसद में बयान देंगे। साथ ही वे यूक्रेन के मामलों को लेकर भी अपना वक्तव्य देंगे। विदेश मंत्री एक जयशंकर भी यूक्रेन के मुद्दे पर राज्यसभा को संबोधित करेंगे। सोमवार को राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने सदन को जानकारी दी थी कि विदेश मंत्री यूक्रेन-रूस युद्ध पर बयान देंगे। हालांकि नायडू ने यूक्रेन से फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के प्रयासों की सराहना की। इसके बाद में शून्यकाल के दौरान, सदस्यों ने युद्धग्रस्त देश से लौटे छात्रों के भविष्य के बारे में फिर से चिंता जताई थी।
आपको बता दें कि भारत ब्रह्मोस मिसाइल अनजाने में दुर्घटनावश पाकिस्तान में जाकर गिरा था। इस घटना पर पाकिस्तान की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की गई थी। हालांकि भारत के रक्षा मंत्रालय की ओर से इसे दुर्घटना बताते हुए खेद व्यक्त किया गया था।
पाकिस्तान ने इस घटना से संबंधित तथ्यों का सही तरीके से पता लगाने के लिए एक संयुक्त जांच की मांग की। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान ने भारत के पत्र सूचना कार्यालय की रक्षा इकाई के उस प्रेस वक्तव्य पर गौर किया है, जिसमें उसने 9 मार्च को पाकिस्तानी क्षेत्र में गिरी भारतीय मिसाइल के ‘‘तकनीकी खराबी’’ के चलते ‘‘दुर्घटनावश चलने’’ पर खेद व्यक्त किया है और एक उच्च स्तरीय ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ कराने का निर्णय किया है।
पाकिस्तान ने भारत उपराजदूत को तलब किया था बगैर किसी उकसावे के भारतीय मिसाइल द्वारा उसके वायुक्षेत्र के उल्लंघन को लेकर अपना गहरा प्रतिरोध दर्ज कराया।