बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों खास कर हिंदू समुदायों की स्थिति पर भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने चिंता जाहिर की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, 'जहां तक बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की स्थिति का सवाल है, हमने अपना विरोध एकदम स्पष्ट कर दिया है। हमने बांग्लादेश के साथ यह मामला उठाया है कि उन्हें हिंदू समुदायों की सुरक्षा और उनके हितों की रक्षा और संरक्षा प्रदान करने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।'
चल रहीं कानूनी प्रक्रियाएं- विदेश मंत्रालय
बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी और गिरफ्तार किए जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, 'हम इस्कॉन को समाज सेवा के मजबूत रिकॉर्ड के साथ एक विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित संगठन के रूप में देखते हैं। जहां तक चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी का सवाल है, हमने उस पर अपना बयान दिया है। उनके खिलाफ इस मामले पर कानूनी प्रक्रियाएं चल रही हैं। हम आशा और अपेक्षा करते हैं कि इन प्रक्रियाओं को निष्पक्ष, न्यायसंगत और पारदर्शी तरीके से निपटाया जाएगा। बांग्लादेश में इन व्यक्तियों और संबंधित सभी लोगों के प्रति पूर्ण सम्मान सुनिश्चित हो सके।'
अल्पसंख्यकों की रक्षा के लिए उठाए जाएं कदम
जायसवाल ने कहा, ‘हम आक्रामक बयानबाजी, हिंसा और उकसावे की बढ़ती घटनाओं से चिंतित हैं। इन घटनाक्रम को केवल यह कहकर खारिज नहीं किया जा सकता कि मीडिया में बढा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘हम एक बार फिर बांग्लादेश से अल्पसंख्यकों की रक्षा के लिए सभी कदम उठाने का आह्वान करते हैं।’
दोनों देशों के बीच जारी है वस्तुओं की आपूर्ति
भारत से बांग्लादेश को वस्तुओं की आपूर्ति पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, 'भारत से बांग्लादेश को वस्तुओं की आपूर्ति जारी है। इसी तरह, बांग्लादेश और भारत के बीच व्यापार दोनों ओर से चल रहा।'