Highlights
- 38 साल के पर्वतारोही एक्कोस वर्म्स हंगरी का रहने वाले हैं।
- एक्कोस वर्म्स 5 दिनों तक खराब मौसम में फंसे रहे।
- पर्वतारोही एक्कोस वर्म्स ने भारतीय सेना का शुक्रिया अदा किया है।
जम्मू: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में बर्फ से ढकी पहाड़ियों से सेना और भारतीय वायुसेना (IAF) के संयुक्त तलाश अभियान में हंगरी के 38 साल के एक पर्वतारोही को बचा लिया गया है। एक रक्षा प्रवक्ता ने शनिवार को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पर्वतारोही को सुमचम घाटी में उमासिला पहाड़ियों से निकाला गया। जम्मू में सेना के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद के मुताबिक, बुडापेस्ट के पर्यटक एक्कोस वर्म्स पर्वतारोहण के दौरान हिमालय पर्वतमाला में उमासिला दर्रे में रास्ता भटक गये थे और 5 दिनों तक खराब मौसम में फंसे रहे।
‘संयुक्त प्रयास से यात्री का पता लगा लिया गया’
लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद ने बताया कि दूल में तैनात राष्ट्रीय राइफल्स की एक टीम ने और उधमपुर में मौजूद भारतीय वायुसेना ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर माछिल, पद्दार के ऊपरी इलाकों में 30 घंटे तक तलाश अभियान चलाया। अधिकारी ने बताया, ‘भारतीय सेना के दल ने सुमचम घाटी में उमासिला पहाड़ियों में फंसे वर्म्स को निकाला।’ उन्होंने बताया कि सर्च ऑपरेशन चलाने वाले जमीनी और हवाई निगरानी दलों के संयुक्त प्रयास से यात्री का पता लगा लिया गया।
‘मैं मुश्किल में था, इंडियन आर्मी का आभारी हूं’
लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद कहा कि सेना के एक डॉक्टर ने विदेशी पर्वतारोही की मेडिकल जांच की और किश्तवाड़ के जिला अस्पताल ने उसे तुरंत मेडिकल सहायता दी। वर्म्स ने समय पर उन्हें बचाने के लिये सेना को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, ‘मैं बहुत मुश्किल स्थिति में था। मैं भारतीय सेना का बहुत आभारी हूं कि उन्होंने मुझे ढूंढ निकाला और मुझे सुरक्षित स्थान पर ले गए।’
हंगरी दूतावास ने की आर्मी और एयरफोर्स की तारीफ
प्रवक्ता ने बताया कि यात्री की हालत स्थिर होने पर, किश्तवाड़ के उपायुक्त ने दिल्ली में हंगरी के दूतावास को एक वीडियो कॉल करके उनके सुरक्षित होने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन और हंगरी के दूतावास ने सेना और वायु सेना के प्रयासों की सराहना की।