India TV Samvad: लोकसभा चुनाव 2024 की जंग तेज हो गई है। सभी दल अपने किले मजबूत करने में जुट गए हैं। एकतरफ जहां एनडीए जंग में है तो वहीं दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन युद्ध के मैदान में उतरने की तैयारी कर रहा है। चुनावों से पहले लखनऊ में इंडिया टीवी संवाद का मंच सजा हुआ है। इस मंच पर भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी, कांग्रेस के अखिलेश प्रताप सिंह और समाजवादी पार्टी के राजपाल कश्यप आए। इस दौरान इंडिया गठबंधन के सीट बंटवारे को लेकर भी खुलासे हुए। बीजेपी की रणनीति और तैयरियों के बारे में जनता को मालूम हुआ।
जनता ने मोदी को तीसरी बार पीएम बनाने का मन बना लिया है- बीजेपी
बीजेपी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि उत्तर प्रदेश और देश की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीसरी बार पीएम बनाने का मन बना लिया है। इस बार हम 400 से भी ज्यादा सीटें जीतने जा रहे हैं। वहीं अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि विपक्षी दल तो इस कार्यक्रम का न्योता भी ठुकरा चुके हैं और यह लोग सोचते हैं कि जनता इन्हें चुनाव में वोट देगी। यह लोग जनमानस के खिलाफ काम करते हैं और चुनाव हारने के बाद EVM को दोष देते हैं। यह लोग भूल जाते हैं कि दोष EVM में नहीं बल्कि आपकी नियत में है।
राम को अर्धनिर्मित मंदिर में प्रतिष्ठित किया जा रहा- कांग्रेस
वहीं कांग्रेस के नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि आज भगवान राम को अर्धनिर्मित मंदिर में प्रतिष्ठित किया जा रहा है। शंकराचार्य समेत शास्त्रज्ञाता भी इस बात का विरोध कर चुके हैं। मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का एक विधि-विधान होता है लेकिन इतनी जल्दी की क्या जरुरत है? उन्होंने कहा कि आज भगवान राम का चुनावी इस्तेमाल किया जा रहा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि मंदिर का निर्माण पूर्ण हो जाने दिया जाता तब कर लिया गया होता। आज यह कार्यक्रम धार्मिक नहीं बल्कि राजनीतिक बना दिया गया है। धर्म के कामों को धर्मगुरुओं को ही करने दीजिए, सभी काम राजनेता ही करने लगेंगे तो स्थिति बिगड़ जाएगी।
मंदिर के नाम पर सभी जरुरी मुद्दों को छुपाया जा रहा- सपा
वहीं समाजवादी पार्टी के नेता राजपाल कश्यप ने कहा कि आज मंदिर के नाम पर सभी जरुरी मुद्दों को छुपाया जा रहा है। किसान परेशान है, युवा सड़कों पर बेरोजगार घूम रहा है। सड़कों पर सांड छुट्टा घूम रहे हैं। किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। सड़कों पर वह लोगों पर हमला कर रहे हैं। लेकिन हर जगह बात केवल मंदिर की हो रही है। उन्होंने कहा कि मंदिर जरुरी है लेकिन इसके अलावा कई अन्य जरुरी मुद्दे भी हैं, जिस तरफ ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हम राजनेता संविधान की शपथ लेकर राजनीति में आते हैं तो हमें कानून का पालन करना चाहिए।
वहीं 22 जनवरी को अखिलेश यादव के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में ना अखिलेश यादव के ना जाने पर सपा के नेता ने कहा कि क्या उसके बाद भगवान राम अयोध्या से चले जाएंगे? क्या भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को ही भगवान राम आशीर्वाद देंगे। भगवान राम किसी के कॉपीराइट नहीं हैं। धर्मों का काम शंकराचार्य को करने दीजिए। हमें जनता ने जिस काम को करने की जिम्मेदारी दी है वह करें।