इंडिया टीवी बजट संवाद के मंच पर 'आप की अदालत' के स्पेशल शो में देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने शिरकत की और इस दौरान उन्होंने बजट को लेकर सभी के मन में उठ रहे तमाम सवालों के जवाब दिए। निर्मला सीतारमन पर 'आप की अदालत' के स्पेशल शो में पहला आरोप लगा कि एक जामाने में बजट पेश होने से पहले लॉबी होती थी, लेकिन आपने सब खत्म कर दिया? इस पर वित्त मंत्री ने कहा कि इसमें पीएम मोदी की गवर्नेंस शैली का एक उदाहरण मिलता है। उन्होंने कहा कि मोदी की पारदर्शी गवर्नेंस की वजह से ही विपक्ष अभी तक भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगा पाए।
गरीब को सशक्त बनाने पर जोर
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 'आप की अदालत' के स्पेशल शो में बजट पर विपक्ष के आरोपों पर जवाब दिया और कहा कि हम कतार के अंतिम व्यक्ति तक गैस, शौचालय, घर, बिजली, पानी पहुंचा रहे हैं। सीतारमण ने कहा कि पीएम मोदी हमेशा गरीब को सशक्त बनाने पर जोर देते हैं।
मदरसों की फेलोशिप में कटौती पर दिया जवाब
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पीएम मोदी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी में यही कहा कि अल्पसंख्यकों के लिए जो कर सकते हो करो, वोट के ऊपर ध्यान मत रखना, जाओ और उनके लिए काम करो। कांग्रेस इतने दिनों तक रही लेकिन गरीबी नहीं हटा पाई। कांग्रेस सिर्फ बातें बनाना चाहती है। वहीं इस दौरान वित्त मंत्री ने मदरसों को दी जाने वाली फेलोशिप में कटौती पर कहा कि बिखरे हुए अमाउंट से फायदा कम होता है। लेकिन जब हम एक ही जगह से देते हैं तो लोगों तक पहुंचता है और डीबीटी की मदद से छात्रों तक फेलोशिप सीधे पहुंच रही है।
मनमरेगा ही नहीं दूसरे कार्यक्रम से भी रोजगार देना है
निर्मला सीतारमण ने इस दौरान कहा कि पीएम आवास योजना में जब फसल पूरी हो जाती है और किसानों के पास काम नहीं है तब मनरेगा में रोजगार देने के लिए ये योजना है। इस बजट में 79000 करोड़ रुपये देते हैं तो घर बनाने के लिए पैसा दे रहे हैं तो उसमें भी रोजगार मिलेगा। यानी कि सिर्फ मनमरेगा ही नहीं दूसरे कार्यक्रम से भी रोजगार देना है।
महंगाई के सवाल पर दिया ये जवाब
'आप की अदालत' के स्पेशल शो में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने महंगाई के सवाल पर कहा कि महंगाई पिछले साल इसलिए बढ़ी क्योंकि विदेशी चीजों के दाम बढ़े थे। हम पेट्रोल से लेकर फर्टिलाइजर इंपोर्ट करते हैं। इनका दाम बढ़ा तो इसका असर हर नागरिक के ऊपर हुआ। इसीलिए पीएम मोदी ने साल 2021 और जून 2022 में दो बार एक्साइज ड्यूटी कम की। इसमें कई सारे राज्यों ने भी कटौती की। उन्होंने कहा कि जिस दाम पर हम विदेश से फर्टिलाइजर इंपोर्ट करते हैं अगर वही किसान पर लगा देते तो हालत खराब हो जाती। लेकिन पीएम ने उस पूरे बोझ को सरकार पर लिया और किसान को पहले के ही दम पर खाद दी।
ये भी पढ़ें
"GST के दायरे में पेट्रोल-डीजल पहले से है लेकिन..." वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने बताई ये बात