संसद में शीतकालीन सत्र चला रहा है। इस बीच, 13 दिसंबर को पार्लियामेंट पर हमले की 22वीं बरसी पर एक बड़ा हादसा देखने को मिला। दो अनजान लोगों ने लोकसभा में घुसकर सभी का दिल दहला दिया। संसद की कार्यवाही के दौरान ही दोनों अज्ञात दर्शक दीर्घा से सीटों पर कूद गए, जहां पर सांसद बैठे होते हैं। दोनों के कूदते ही सदन में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। इसे देख संसद के सुरक्षाकर्मी तुरंत एक्शन में आए और दोनों को पकड़ लिया। इसके बाद जानकारी सामने आई कि कर्नाटक के मैसूर के बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के रेफरेंस पर आरोपी की संसद में एंट्री हुई। ऐसे में संसद में एंट्री के लिए पास जारी करने पर सवाल उठने लगे। इसे लेकर हमने पोल चलाया। इंडिया टीवी के इस पोल में लोगों ने अपनी राय रखी-
कितने फीसदी लोगों ने 'हां' में दिया जवाब
इंडिया टीवी के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर हमने जनता से पूछा था कि "क्या संसद में प्रवेश के लिए पास जारी करने पर पूरी तरह से रोक लगा दी जानी चाहिए?" हमने 'हां', 'नहीं' और 'कह नहीं सकते' के विकल्प दिए थे। पोल पर कुल 12,893 लोगों ने अपना जवाब दर्ज कराया। पोल में जनता ने जो राय दर्ज की उसके अनुसार 62 फीसदी ने संसद में प्रवेश के लिए पास जारी करने पर पूरी तरह से रोक लगाने पर सहमति जताई। वहीं, 37 फीसदी लोगों का मानना है कि पास जारी होने पर रोक नहीं लगनी चाहिए, जबकि 1 फीसदी लोगों ने 'नहीं कह सकते' के विकल्प पर वोट किया।
13 दिसंबर को संसद में घुसे थे दो युवक
संसद पर 13 दिसंबर को हुए आतंकी हमले की बरसी मना रहा था, उसी दिन संसद में दो युवक घुस गए। विजिटर पास से घुसे दोनों युवक विजिटर्स गैलरी से कूदकर सीधे सदन में पहुंच गए। इसके बाद अपने जूतों में छिपाकर लाए स्मॉक गैस का इस्तेमाल भी किया, जिसकी वजह से सदन में धुआं फैल गया। इन दोनों युवकों की पहचान लखनऊ के रहने वाले सागर शर्मा और मैसूर के रहने वाले मनोरंजन डी के रूप में हुई। ये दोनों युवक बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा की सिफारिश पर पास लेकर संसद की कार्यवाही देखने के लिए घुसे थे।