Highlights
- इस दुख की घड़ी में भी कुछ ऐसे लोग हैं जो खुशी मना रहे हैं।
- इन मामलों में अब पुलिस ने गिरफ्तारियां शुरू कर दी हैं।
- ऐसे लोगों के खिलाफ कर्नाटक के CM बोम्मई ने भी कानूनी कार्रवाई शुरू करने को कहा है।
नई दिल्ली: तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में CDS जनरल बिपिन रावत की मौत ने हर किसी को सन्न कर दिया। पूरा देश शोक में है लेकिन इस दुख की घड़ी में भी कुछ ऐसे लोग हैं जो खुशी मना रहे हैं। इसके लिए वो सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं और दिवंगत जनरल रावत के बारे में आपत्तिजनक पोस्ट डाल रहे हैं। ऐसी हीं विकृत दिमाग वाले लोगों के खिलाफ इंडिया टीवी ने Online Poll किया जिसका सवाल था, 'सोशल मीडिया पर CDS जनरल रावत पर गैर जिम्मेदाराना टिप्पणियां क्या अभिव्यक्ति की आजादी का दुरुपयोग है?' इसके जवाब में लगभग 94 प्रतिशत लोगों ने इसे अभिव्यक्ति की आजादी का दुरुपयोग करार दिया। 5 प्रतिशत लोगों ने इसके विपरीत उत्तर दिया वहीं लगभग 1 प्रतिशत लोगों ने जवाब देने में असमर्थता व्यक्त की।
इन मामलों में अब पुलिस ने गिरफ्तारियां शुरू कर दी हैं। राजस्थान के टोंक में जावाद खान एक ऐसे शख्स है जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है। एक अन्य मामले में IIT दिल्ली ने इस मामले में अपने एक छात्र के खिलाफ जांच शुरू की है। आरोपित का नाम राम प्रबहरन है। कर्नाटक के बेंगलुरु में लॉ के एक छात्र तीर्थराज धर के खिलाफ भी पुलिस में शिकायत की गई है।
वहीं, ऐसे लोगों के खिलाफ कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने भी कानूनी कार्रवाई शुरू करने को कहा है। बसवराज बोम्मई ने सीडीएस की मौत पर खुशी जताने वाले सोशल मीडिया पोस्ट की निंदा करते हुए पुलिस से ऐसे लोगों की पहचान करने को कहा।
मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि पुलिस प्रमुख को उन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है जिन्होंने देश के सशस्त्र बलों का नेतृत्व करने वाले व्यक्ति के बारे में गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी की है। बोम्मई ने कहा, ‘‘इसी तरह की कार्रवाई अन्य राज्यों में भी की जा रही है। मैंने ऐसे गैर-जिम्मेदाराना ट्वीट करने वाले या फेसबुक पर पोस्ट डालने वाले लोगों की पहचान करने, उनके खिलाफ मामला दर्ज करने और कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। यह निंदनीय और अक्षम्य है। इस तरह की विकृत मानसिकता वाले लोगों को दंडित किया जाना चाहिए।’’