Highlights
- नये लुक के साथ कंटेंट में ताज़गी और ऊर्जा
- अत्याधुनिक ट्रेंड के साथ मेल खाने वाले विजुअल्स और एनिमेशंस
नयी दिल्ली: भारत के अग्रणी हिंदी चैनलों में एक इंडिया टीवी ने अपने चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा के जन्मदिन के अवसर पर नया और मॉडर्न लुक पेश किया है। चैनल ने यह बदलाव ऐसे समय में किया है जब देश के ज़्यादातर लोगों का ध्यान इस वक़्त सबसे ज़्यादा आबादी वाले उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की पल-पल की खबरों पर केन्द्रित है।
ज़्यादा आकर्षक प्रस्तुति
चैनल के नए लुक का मकसद, अपने दर्शकों को बदलते वक़्त के साथ एक आधुनिक लुक देना और टीवी स्क्रीन पर इंडिया टीवी की प्रस्तुति को ज़्यादा आकर्षक बनाना है। इसके लगातार बदलते एनिमेशंस और विजुअल्स दुनिया भर में अपनाये जा रहे नये और अत्याधुनिक ट्रेंड के साथ मेल खाते हैं। चैनल का नया लुक दर्शकों के मन में खुशी की बयार लाएगा।
कंटेंट में ताज़गी और ऊर्जा
ऐसे वक़्त जब डिजिटल समेत सभी मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सूचनाओं का भारी बोझ है, इंडिया टीवी ने तय किया है कि वह अपने दर्शकों के लिए ऐसा स्क्रीन रखेगा जिसमें बेतरतीब तरीक़े से परोसी जाने वाली भीड़भाड़ कम हो, जो सहज भी हो और सरल भी हो। चैनल के इस नये लुक के साथ इसके कंटेंट में ताज़गी और ऊर्जा भी रहेगी। इंडिया टीवी का कंटेंट वैसे भी टी.वी. पत्रकारिता में हमेशा उच्च मानदंड का रहा है।
नया लुक एक सुखद आश्चर्य-रजत शर्मा
इंडिया टीवी के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा ने चैनल के नए लुक को अपने जन्मदिन के मौके पर मिला एक सुखद आश्चर्य बताया । उन्होंने कहा-'यह वाकई एक सुखद आश्चर्य है। मुझे हैरानी है कि मेरी टीम इस नये लुक पर चल रहे काम को मुझसे छिपाए रखने में कैसे कामयाब रही। मुझे खुशी है कि ये नया लुक इंडिया टीवी के दर्शकों के लिए एक तोहफे से कम नहीं है। हमारे दर्शक मेरे सबसे प्यारे हैं, और उनके साथ नये लुक में अपना जन्मदिन मनाना मेरे लिए एक सुखद अहसास है। हमारी प्राथमिकताओं में हमारे दर्शकों का स्थान सबसे उपर - नंबर वन है, और हम अपने इस उसूल पर हमेशा कायम रहेंगे – ‘शोर कम और खबरें ज्यादा'।
पिछले साल उत्तराखंड आपदा पीड़ितों की मदद की थी
आपको बता दें कि इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने पिछले साल उत्तराखंड आपदा के पीड़ित मजदूरों के लिए 64 लाख रुपए की मदद दी थी। रजत शर्मा ने इस बात का जिक्र किया था कि शास्त्रों में कहा गया है कि अपने लिए तो सब जीते हैं लेकिन जो परोपकार के लिए जिए, जीना उसी को कहते हैं। 'आज सबसे ज़्यादा ज़रूरत उत्तराखंड के पीड़ित मज़दूरों की है। 64वें जन्मदिन पर मैं उनके लिए 64 लाख रुपए का विनम्र योगदान दे रहा हूं।' इससे पहले भी समय-समय पर देश और समाज की मदद के लिए रजत शर्मा और इंडिया टीवी की ओर से पहल की जाती रही है। कोरोना काल में जब देश को आर्थिक तौर पर मदद की सबसे ज्यादा जरूरत थी, उस वक्त भी रजत शर्मा ने पीएम केयर फंड में अहम योगदान किया था।