Highlights
- 386 विमानों को जोड़कर अपनी ताकत बढ़ाएगी वायुसेना
- एडवांस मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) से बढ़ेगी ताकत
- पीएम मोदी के प्लान 2035 पर तेजी से चल रहा है काम
India TV Exclusive : भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) अपनी ताकत में और इजाफा करने की कोशिश में जुटी हुई है। वायुसेना को और मजबूत बनाने के पीएम मोदी के प्लान 2035 पर तेजी से काम चल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) खुद समय-समय पर इस प्रोजेक्ट की जानकारी लेते रहते हैं। वे सभी सीनियर अधिकारियों से इस प्रोजेक्ट के बारे में बात करते हैं। इस प्लान के तहत भारतीय वायुसेना अपनी गिरती हुई स्क्वाड्रन की संख्याओं को बढ़ाएगी। प्लान 2035 के तहत वायुसेना एडवांस मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) की तैयारी में भी जुटी है। यह विमान पायलट के साथ और बिना पायलट के भी उड़ान भर सकेगा। करीब 368 विमानों को जोड़कर वायुसेना की ताकत को और बढ़ाने की योजना पर काम चल रहा है। इन दिनों DRDO की ADA लैब दिन-रात पीएम मोदी के इस प्लान 2035 पर काम कर रही है।
मिग और मिराज की जगह लेंगे तेजस मार्क-1 और तेजस मार्क-2
इस समय भारतीय वायुसेना के बेड़े में मिग-21, मिग-29, मिराज 2000 और जैगुआर जैसे विमान हैं जो अब पुराने हो चुके हैं और इन्हें बदलने की तैयारी की जा रही है। अब तेजस मार्क-1 मिग 21 की जगह लेगा तो वहीं मिग-29 जैगुआर और मिराज 2000 की जगह तेजस मार्क-2 लेगा। लेकिन सबसे बड़ा क़दम इस समय एडवांस मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) है। यह विमान स्टैल्थ कैपेबिलिटि वाला दुनिया का सबसे आधुनिक पांच से छह जनरेशन वाला फाइटर एयरक्राफ्ट बनने जा रहा है। यह विमान पायलट के साथ और बिना पायलट के भी उड़ान भर सकता है। यह विमान अमेरिका के F-35 से भी ज़्यादा आधुनिक है।इस समय ADA लैब में इसकी पूरी तैयारी चल रही है।
एडवांस मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट से बढ़ेगी वायुसेना की ताकत
इंडिया टीवी की रिपोर्टिंग टीम ने भी इस अत्याधुनिक विमान में विंग कमांडर सिद्धार्थ सिंह के साथ करीब 45 मिनट तक उड़ान भरी। ये किसी भी मौसम में अपने पूरे आधुनिक हथियारों के साथ उड़ान भर सकता है और दुश्मन को ध्वस्त कर सकता है। इस समय भारतीय वायुसेना के पास मौजूद जितने भी मिसाइल्स हैं वो इस विमान में लग सकती हैं। इसके इलावा इसकी टेस्टिंग एस्ट्रो मिसाइल,आर 73, पाइथन से हो चुकी है और अब रूद्रम लगाने की भी तैयारी की जा रही है। विंग कमांडर सिद्धार्थ के साथ इंडिया टीवी संवाददाता ने एयर टू एयर यानी हवा से हवा में मार करने की इस विमान की क्षमता और हवा से ज़मीनी सतह पर अपने दुश्मन के खेमे को ध्वस्त करने की इसकी क्षमता देखी। 45 मिनट की उड़ान में तेजस की क़ाबिलियत और आधुनिक तकनीक का अदभुत दृश्य देखने को मिला।
फिलहाल वायुसेना के पास हैं 40 तेजस विमान
आपको बता दें कि इस समय 40 तेजस भारतीय वायुसेना का हिस्सा हैं। तेजस विमानों का दो स्क्वाड्रन भारतीय वायुसेना के पास है। अब तैयारी चल रही है तेजस मार्क-1 की। इनकी कुल संख्या 83 है। इनमें से 73 सिंगल सीटर कॉम्बैट एयरक्राफ्ट हैं वहीं दस ट्वीन सीटर ट्रेनर विमान हैं।आने वाले दिनों में तेजस मार्क-2 विमान मिराज और जैगुआर विमानों की 6 स्क्वाड्रन, यानी करीब 100 से ज्यादा लड़ाकू विमानों की जगह लेंगे। इसके साथ-साथ 7 स्क्वाड्रन एडवांस मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट, जिसकी संख्या क़रीब 120 के लगभग होगी उसकी भी तैयारी की जा रही है। ये विमान पांचवीं और छठी जेनरेशन के लड़ाकू विमान होंगे।इस समय ADA भारतीय नौसेना के साथ भी ट्रायल कर रहा है। इसलिए आने वाले टाइम पर ट्वीट इंजन TEDBF लड़ाकू विमान 45 की संख्या में भारतीय नौसेना का हिस्सा बनेगा।