नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के टैगोर इंटरनेशनल स्कूल में लीडर्स ऑफ टुमॉरो मीट टूडे (Leaders of Tomorrow Meet Today) नाम के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में इंडिया टीवी के चेयरमैन और एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने शिरकत की। इस मौके पर उन्होंने पत्रकारिता के अनुभव छात्रों के साथ साझा किया। उन्हें कामयाब होने के टिप्स भी दिए। इस प्रोग्राम में अलग-अलग स्कूल के छात्रों ने उनसे दुनिया भर में लोकप्रिय शो 'आप की अदालत' को लेकर सबसे ज्यादा सवाल पूछे।
सपने वो देखने चाहिए जिसे पूरा करने के लिए आंखों में नींद ना आए
रजत शर्मा ने भी छात्रों के सवालों के दिल खोल के जवाब दिए। उन्होंने बच्चों को संघर्ष का मतलब बताया साथ ही कहा कि सपने वो देखने चाहिए जिसे पूरा करने के लिए आंखों में नींद ना आए। इस मौके पर छात्रों ने फेक न्यूज़ को लेकर भी सवाल पूछे जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि डिजिटल मीडिया में अभी कन्फ्यूजन है ब्रॉडकास्ट मीडिया पर सच्ची और सही ख़बरें दिखती हैं।
रजत शर्मा ने कहा- आजकल ये जो रोल है मिस रिपोर्टिंग का, मिस लीडिंग खबरें देने का.. ये रोल अब ब्रॉडकास्ट मीडिया से हटके डिजिटल मीडिया ने ले लिया है.. मुझे रोज सौ सवाल आते हैं कि सर ये व्हाट्स ऐप पर मैसेज आया है, ये इंटरनेट पर आया है... ये ठीक है या गलत? लोग भरोसा नहीं करते हैं। किसी भी मीडिया के लिए सबसे बड़ा चैलेंज होता है..अगर आपपर लोग भरोसा नहीं करते..इससे सबसे ज्यादा कंफ्यूजन होता है। लेकिन इसके लिए भी फैक्ट चेक जैसे रास्ते और साधन हैं, ऐसे साधन हैं जिनसे यह पता किया जा सकता है कि किस पर भरोसा किया जा सकता है और किस पर नहीं। इंडिया टीवी में हम विश्वसनीयता को अपना Motto बनाने की कोशिश करते हैं । फ्री, फेयर, फीयरलेस लेकिन सबसे ऊपर विश्वसनीयता है। और मैं अपने साथियों से अक्सर कहता हूं कि अगर लोग हमारी बातों का भरोसा नहीं करेंगे। जो खबर हम दिखा रहे हैं उस पर विश्वास नहीं करेंगे... जो कमेंट हम कर रहे हैं उसको लोग सच नहीं मानेंगे तो फिर ऐसे में हमारे co-exist करने की जरूरत ही नहीं है।