भारत में साल 2021 में हर रोज 115 दिहाड़ी मजदूरों और हर रोज ही 63 हाउस वाइफ ने आत्महत्या की है। देश में बीते साल का आत्महत्या का आंकड़ा हैरान कर देने वाला है। इस साल 1,64,033 लोगों ने आत्महत्या की है। ये जानकारी मंगलवार को लोकसभा में दी गई। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों की जानकारी देते हुए गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि बीते साल कुल 42,004 दिहाड़ी मजदूरों और 23,179 हाउस वाइफ ने आत्महत्या की है।
उन्होंने लिखित जवाब में बताया, कुल मिलाकर अपने खुद के काम में लगे (सेल्फ एंप्लॉयड) 20,231 लोगों, 15,870 वेतन भोगी (नौकरीपेशा), 13,714 बेरोजगारों, 13,089 छात्रों, बिजनेस से जुड़े 12,055 लोगों और निजी सेक्टर एंटरप्राइज से जुड़े 11,431 लोगों ने बीते साल आत्महत्या की है।
कृषि क्षेत्र से जुड़े लोगों ने दी जान
राय ने कहा कि कृषि क्षेत्र में लगे 10,881 लोग, 5,563 खेतिहर मजदूर, 5,318 किसान, कृषि मजदूरों की मदद या मदद के बिना खेती करने वाले 4,806 लोग, कृषि मजदूरों की सहायता या बिना सहायता के पट्टे की जमीन, लीज पर या किसी और की जमीन पर खेती करने वाले वाले 512 लोगों ने 2021 में आत्महत्या की है। इस लिंक पर क्लिक कर पूरा आंकड़ा देखिए।