Highlights
- महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के कुल 8 केस मिले
- दिल्ली-गुजरात में एक-एक केस मिला
- राजस्थान में ओमिक्रॉन के 9 केस मिले
नई दिल्ली: देश के कई हिस्सों में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के मरीज मिलने से चिंता बढ़ गई है। राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात और राजधानी दिल्ली में ओमिक्रॉन वैरिएंट पहुंच चुका है लिहाजा अब कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ा दी गई है। सभी मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। देशभर में ओमिक्रॉन के 21 मरीज सामने आ चुके हैं जबकि शनिवार को देश में सिर्फ 4 ओमिक्रॉन वेरिएंट के मरीज थे और रविवार रात तक ही यह संख्या बढ़कर 21 हो गई थी। एक ही दिन में देश में 17 ओमिक्रॉन के केस सामने चिताएं और ज्यादा बढ़ गई हैं।
ओमिक्रॉन के कहां कितने केस मिले?
महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के अबतक कुल 8 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से मुंबई में एक और पुणे में सात केस मिले हैं। पुणे में सात ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित लोगों में 6 सिर्फ एक ही परिवार के हैं। दिल्ली-गुजरात में एक-एक और कर्नाटक से 2 मालमे सामने आ चुके हैं। इसके अलावा राजस्थान में 9 केस मिले हैं। सभी केस जयपुर में मिल हैं। इनमें चार लोग दक्षिण अफ्रीका से लौटे हैं और पांच उनके संपर्क में आए उनके रिश्तेदार हैं।
देश में आने वाले यात्रियों के लिए नई गाइडलाइन्स
कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर बढ़ती चिंता के बीच इंटरनेशनल पैसेंजर्स के लिए नई गाइडलाइन्स जारी की गई हैं। केंद्र के अनुसार, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग और इजराइल को ‘जोखिम वाले देशों’ की सूची में शामिल किया गया है। गाइडलाइन्स में बताया गया है कि ‘जोखिम वाले देशों’ से आने वाले यात्रियों को RT-PCR टेस्ट कराना अनिवार्य है और उन्हें परिणाम आने के बाद ही हवाई अड्डे से जाने की अनुमति होगी। इसके अलावा अन्य देशों से आने वाले दो प्रतिशत यात्रियों की जांच की जाएगी और इस जांच के लिए किसी भी यात्री के नमूने लिए जा सकते हैं।
भारत में जनवरी-फरवरी के बीच आएगी कोरोना की तीसरी लहर- अध्ययन
देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के कारण तीसरी लहर आने की संभावना से अब इनकार नहीं किया जा सकता है। ओमिक्रॉन का प्रभाव दिसंबर के अंतिम सप्ताह तक वृहद रूप से दिखाई दे सकता है। आईआईटी के वरिष्ठ वैज्ञानिक पद्मश्री प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने नए अध्ययन में दावा किया है कि जनवरी के अंतिम सप्ताह या फरवरी की शुरुआत में ओमिक्रॉन का पीक होगा। हालांकि अध्ययन के मुताबिक, तीसरी लहर दूसरी लहर की तरह घातक नहीं होगी।
40 से ज्यादा देशों में फैला ओमिक्रॉन
बता दें कि अफ्रीका से निकला ओमिक्रॉन अब तक दुनिया के 40 से ज्यादा देशों में फैल चुका है इसमें यूरोप से लेकर अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा जैसे तमाम देश शामिल है। ब्रिटेन में अब तक ओमिक्रॉन के 160 मरीज मिल चुके हैं ये भारत के लिए बडा खतरा बन सकता है, क्योंकि यहां बडी संख्या में भारतीय रहते हैं और कारोबार के संबंध में रोजाना सैकड़ों लोग भारत से इंग्लैंड और इंग्लैंड से भारत का दौरा करते हैं।