Highlights
- जगदीप धनखड़ को नरेंद्र मोदी ने दी बधाई
- देश के 14वें उपराष्ट्रपति बने जगदीप धनखड़
- विपक्ष की उम्मीदवार मार्ग्रेट अल्वा को हराया
India New Vice President: जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति बनने पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी के घर पहुंच उन्हें बधाई दी और कहा कि भारत के लिए एक ‘‘किसान पुत्र’’ का उपराष्ट्रपति होना गर्व का क्षण है। धनखड़ को चुनाव में विजेता घोषित किए जाने के तुरंत बाद मोदी ने संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी के आवास पर निर्वाचित उपराष्ट्रपति से मुलाकात की और गुलदस्ता सौंप कर उन्हें बधाई दी। प्रधानमंत्री ने बाद में उन सभी सांसदों को धन्यवाद दिया, जिन्होंने धनखड़ को वोट दिया। मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘ऐसे समय में जब भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, हमें किसान पुत्र उपराष्ट्रपति पर गर्व है, जिनके पास उत्कृष्ट कानूनी ज्ञान और बौद्धिक कौशल है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘जगदीप धनखड़ जी को विभिन्न दलों के भारी समर्थन के साथ भारत का उपराष्ट्रपति निर्वाचित होने पर बधाई। मुझे विश्वास है कि वह एक उत्कृष्ट उपराष्ट्रपति होंगे। उनकी बुद्धिमत्ता और सूझबूझ से हमारे देश को बहुत लाभ होगा।’’
राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर दी बधाई
इसके साथ ही देश के रक्षा मंत्री ने भी जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति बनने पर ट्वीट कर कर बधाई दी। उन्होंने लिखा कि उपराष्ट्रपति चुनाव जीतने पर मैं जगदीप धनखड़ को बधाई देता हूं। उनका लंबा सार्वजनिक जीवन, व्यापक अनुभव और लोगों के मुद्दों की गहरी समझ निश्चित रूप से राष्ट्र को लाभान्वित करेगी। मुझे विश्वास है कि वह एक असाधारण उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति बनेंगे।
चुनाव में NDA उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को 528 वोट मिले जबकि विपक्ष की उम्मीदवार मार्ग्रेट अल्वा को सिर्फ 182 मत ही मिले। आपको बता दें कि इस चुनाव में 15 अवैध मत भी पड़े थे। चुनाव में धनखड़ की जीत तय मानी जा रही थी क्योंकि उन्हें एनडीए के दलों के अलावा विपक्ष की पार्टियों से भी समर्थन मिला था।
लगभग 93 फीसदी सांसदों ने किया मतदान
भारत का अगला उपराष्ट्रपति चुनने के लिए शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत लगभग 93 प्रतिशत सांसदों ने मतदान किया। वहीं, 50 से ज्यादा सांसद ऐसे रहे जिन्होंने अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं किया। अधिकारियों ने बताया कि शाम 5 बजे जब मतदान संपन्न हुआ, तब तक कुल 780 सांसदों में से 725 ने मतदान किया था। बता दें कि संसद के दोनों सदनों को मिलाकर कुल सदस्यों की संख्या 788 होती है, जिनमें से राज्य सभा की 8 सीटें खाली हैं।
तृणमूल कांग्रेस ने किया था 'बायकॉट'
तृणमूल कांग्रेस ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वह मतदान से दूर रहेगी, इसलिए वोट न डालने वाले 50 से ज्यादा सांसदों में से अधिकांश सांसद इसी पार्टी के रहे। दोनों सदनों को मिलाकर तृणमूल कांग्रेस के कुल 39 सांसद हैं। ममता बनर्जी की पार्टी द्वारा अपने कदम पीछे खींचने से विपक्ष की संयुक्त उम्मीदवार अल्वा की संभावनाओं को बहुत बड़ा धक्का लगा था। वहीं, ममता के इस फैसले को एकजुट विपक्ष में एक बड़े बिखराव के तौर पर भी देखा जा रहा है।