Monday, December 23, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. भारत
  3. राष्ट्रीय
  4. तुर्की में आए भूकंप से हिली दुनिया, भारत में भी इन इलाकों पर मंडरा रहा है बड़ा खतरा

तुर्की में आए भूकंप से हिली दुनिया, भारत में भी इन इलाकों पर मंडरा रहा है बड़ा खतरा

भारतीय मानक ब्यूरो यानी कि BIS ने भारत को 4 अलग-अलग ‘सेस्मिक’ या यूं कहें कि भूकंप के जोन में बांटा है।

Written By: India TV News Desk
Published : Feb 07, 2023 20:50 IST, Updated : Feb 07, 2023 20:50 IST
India Seismic Zones, Turkey Earthquake, Turkey Earthquake Latest, India High Risk Earthquake
Image Source : AP तुर्की में भूकंप ने भारी तबाही मचाई है।

तुर्की और सीरिया में आए 7.8 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप और उसके बाद के झटकों ने पूरी दुनिया को दहलाकर रख दिया है। भूकंप के कारण धराशाई हुई इमारतें लाशें उगल रही हैं और अब तक 5 हजार से ज्यादा लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। हजारों इमारतों के मलबे में बचे लोगों को ढूंढ़ने के लिए बचावकर्मी काम में लगे हुए हैं। तुर्की की तस्वीरें देखकर आपके मन में भी कहीं न कहीं ख्याल आया होगा कि क्या भारत में भी भविष्य में ऐसा विनाशकारी भूकंप आ सकता है? आइए, समझते हैं:

धरती पर कैसे आता है भूकंप?

भूकंप या भूचाल पृथ्वी की सतह के हिलने को कहते हैं। पृथ्वी के स्थलमण्डल में ऊर्जा के अचानक मुक्त हो जाने के कारण पैदा होने वाली भूकम्पीय तरंगों की वजह से धरती का कोई हिस्सा हिलने लगता है। हर साल हजारों छोटे-बड़े भूकंप आते ही रहते हैं लेकिन कई बार ये बहुत विनाशकारी साबित होते हैं। चीन के शांग्सी में 1556 में आए भूकंप को इतिहास का सबसे विनाशकारी भूकंप माना जाता है। इस भूकंप के चलते कुल मिलाकर 8 लाख लोगों की मौत हुई थी, जिसमें से 1 लाख लोग तो तुरंत चल बसे थे।

India Seismic Zones, Turkey Earthquake, Turkey Earthquake Latest, India High Risk Earthquake

Image Source : FILE
दुनिया के इन इलाकों में भूकंप का ज्यादा खतरा।

भारत में हैं भूकंप के 4 जोन
भारत की बात करें तो यहां भी हर साल सैकड़ों भूकंप आते हैं। हालांकि अधिकांश भूकंपों के बारे में लोगों को पता भी नहीं चलता क्योंकि इनकी तीव्रता काफी कम होती है। भारतीय मानक ब्यूरो यानी कि BIS ने भारत को 4 अलग-अलग ‘सेस्मिक’ या यूं कहें कि भूकंप के जोन में बांटा है। दूसरे और तीसरे जोन में तो खतरे की कोई विशेष बात नहीं है, लेकिन चौथे और पांचवे जोन में कभी भी तेज भूकंप दस्तक दे सकता है। देश का लगभग 11 प्रतिशत क्षेत्र जोन 5 में, 18 प्रतिशत जोन 4 में, जोन 3 में 30 प्रतिशत और जोन 2 में बाकी का हिस्सा आता है।

दूसरे सेस्मिक जोन में आते हैं ये इलाके
भारत में भूकंप का जोन नंबर एक नहीं है क्योंकि इस जोन में किसी भी क्षेत्र को अंकित नहीं किया गया है। दूसरे जोन की बात करें तो राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु एवं उत्तर प्रदेश का कुछ हिस्सा आता है। शहरों की बात करें तो त्रिची, बुलंदशहर, मुरादाबाद, गोरखपुर और चंडीगढ़ इस जोन में आते हैं। इन इलाकों में कभी भूकंप आया तो तबाही के आसार न के बराबर होंगे क्योंकि उनकी तीव्रता ज्यादा नहीं होगी।

India Seismic Zones, Turkey Earthquake, Turkey Earthquake Latest, India High Risk Earthquake

Image Source : FILE
भारत में हैं 4 अलग-अलग सेस्मिक जोन।

क्या तीसरे सेस्मिक जोन में है आपका शहर?
तीसरे सेस्मिक जोन की बात करें तो इसमें केरल, गोवा, लक्षद्वीप समूह, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कुछ हिस्से, गुजरात और पंजाब के कुछ हिस्से, पश्चिम बंगाल के कुछ इलाके, पश्चिमी राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार के कुछ इलाके, झारखंड का उत्तरी हिस्सा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और कर्नाटक के कुछ हिस्से आते हैं। इस जोन में आने वाले शहरों में चेन्नई, मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता और भुवनेश्वर शामिल हैं। इन इलाकों में भूकंप आने पर थोड़ी-बहुत तबाही हो सकती है।

जोन 4 में खतरनाक रूप ले सकता है भूकंप
चौथे जोन की बात करें तो इसमें जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल, उत्तराखंड के कुछ हिस्स आते हैं। इसके अलावा हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, सिक्किम, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, गुजरात के कुछ हिस्सों के अलावा पश्चिमी तट के पास महाराष्ट्र का कुछ हिस्सा और पश्चिमी राजस्थान का छोटा हिस्सा आता है। इस जोन में आने वाला भूकंप व्यापक तबाही ला सकता है और जान-माल का भारी नुकसान हो सकता है। इस जोन के अंतर्गत आने वाले कई इलाकों में काफी घनी जनसंख्या है, जो खतरे को और बढ़ा सकती है।

जोन 5 में आने वाले भूकंप लाएंगे भारी तबाही
जोन 5 में कश्मीर घाटी, हिमाचल प्रदेश का पश्चिमी हिस्सा, उत्तराखंड का पूर्वी इलाका, गुजरात का कच्छ, उत्तरी बिहार के हिस्से, भारत के सभी पूर्वोत्तर राज्य, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह आते हैं। इन इलाकों में आने वाला भूकंप बेहद खतरनाक होता है और इसमें जानमाल का भारी नुकसान होता है। भारत के इतिहास के सबसे खतरनाक भूकंप इन्हीं इलाकों में आए हैं। सबसे ताजा उदाहरण 26 जनवरी 2001 का है, जब गुजरात के भुज में आए भूकंप में 20 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई थी और हजारों लोग घायल हुए थे।

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement