Highlights
- भारत सरकार ने 500,000 डॉलर दान में दिया था
- कांगो गणराज्य पर 80 साल तक फ्रेंच ने शासन किया था
- बहरीन में 200 साल पुराना श्रीनाथजी का मंदिर है
75 years of independence: 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हो गया था। कई दशकों के बाद अंग्रेजों के गुलामी की जंजीरों को तोड़कर भारत एक नई युग में प्रवेश कर गया था। वहीं भारत के पहले प्रधानमंत्री के रूप में पंडित जवाहरलाल नेहरू को बनाया गया था। इसी तारीख को दुनिया में ऐसे कई देश थे जो आजाद हो गए थे। जी हां, आपने सही पढ़ा, तो चलिए आपको बताते हैं कि किन-किन देशों 15 अगस्त को आजादी मिली थी।
कांगो गणराज्य
कांगो गणराज्य पर 80 साल तक फ्रेंच ने शासन किया था। कांगो अफ्रीका महाद्वीप के मध्य में स्थित है। इस देश की सीमा गबोन, कैमरुन देशों से लगती है। क्षेत्रफल के मुताबिक ये देश विश्व का 11वां सबसे बड़ा देश है। यहां सबसे अधिक फ्रांसीसी भाषा बोली जाती है। भारत से कांगो से संबंध काफी बेहतर रहे हैं। कांगो के आर्डिनेंस डिपो में 4 मार्च 2012 को ब्लास्ट हुआ था जिसमें भारत सरकार ने 500,000 डॉलर दान में दिया था। वही भारत सरकार ने 2010 में 2,00,000 डॉलर दिया था। आपको बता दें कि इस देश 300 से अधिक भारतीय रहते हैं।
बहरीन
भारत की तरह बहरीन भी अंग्रजों का गुलाम था। हमारे देश को 1947 में आजादी तो मिल गई थी लेकिन बहरीन को आजाद होने में काफी समय लग गया था। बहरीन 15 अगस्त 1971 को आजाद हुआ था। ये देश खाड़ी देशों का हिस्सा है जो एक द्वीप पर स्थित है। इस देश की राजधानी मनामा है। 33 द्वीपों से ये देश बना है। यहां अरबी भाषा बोली जाती है। आपको बता दें कि नरेंद्र मोदी ऐसे पहले भारत के प्रधानमंत्री थे जो कि बहरीन गए थे। इसी देश में 200 साल पुराना मंदिर श्रीनाथजी का है। इस मंदिर में मोदी ने माथा भी टेका है।
कोरिया
दक्षिण कोरिया को 15 अगस्त 1945 में जापान से आजादी मिली थी। अब ये देश दो भागों में बटकर दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया बन गया है। ये देश 1910 से लेकर 1945 तक जापान के कब्जे में रहा। भारत और कोरिया ( दक्षिण कोरिया) दोनों देशों का रिश्ता मधुर है। दक्षिण कोरिया में बुद्ध को मानने वाले है इसे दोनों देशों की संस्कृतियों का आदान-प्रदान भी जारी है। दक्षिण कोरिया भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी का एक प्रमुख सहयोगी है। दोनों देशों की व्यापारों की बात करें तो 20 बिलियन डॉलर का आकड़ा पार कर गया है।