नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से तिरंगा फहराने के बाद अपने संबोधन में रिफॉर्म्स पर भी जोर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि देश ने देखा है कि आजादी के बाद भी दशकों तक स्टेटेस को का माहौल बना रहा। हमने बड़े रिफॉर्म्स जमीन पर उतारे। लोगों के जीवन में बदलाव लाने के लिए हमने रिफॉर्म्स का मार्ग चुना। हमने इस मानसिकता को तोड़ा है।
पीएम मोदी ने कहा, 'मेरी अपील है कि हर विभाग चाहे राज्य सरकार हो या केंद्र का कोई विभाग, एक साल में दो रिफॉर्म करें और उसे जमीन पर उतारें तो 25 से 30 लाख रिफॉर्म करें तो कितना बदलाव होगा। जनमानस का विश्वास बढ़ेगा।'
‘यथास्थिति’ वाली मानसिकता को खत्म किया
पिछले 10 वर्षों के दौरान उठाए गए कदमों तथा प्रमुख योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने ‘यथास्थिति’ वाली मानसिकता को खत्म किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘यह देश आजादी के बाद उन परिस्थितियों में दशकों तक रहा, जब यह कहा जाता था कि होता है, चलता है ।देश में यथास्थिति का एक माहौल बन गया था। लोग कहते थे कि कुछ होने वाला नहीं है। हमें इस मानसिकता को तोड़ना था और हमने तोड़ा ।’’
हमने बड़े सुधार किए
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘देश का सामान्य नागरिक बदलाव चाहता था। हमने बड़े सुधार किए हैं। सुधारों को लेकर हमारी प्रतिबद्धता चार दिन की वाहवाही के लिए नहीं है, किसी मजबूरी में नहीं है बल्कि देश को मजबूती देने के इरादे से है।’’ उन्होंने जोर देते हुए कहा, ‘‘हम जो कुछ भी करते हैं वह राजनीतिक गुण-भाग के बारे में सोचकर नहीं करते‘राष्ट्र हित सर्वोपरि’, हमारा राष्ट्र महान बने, हम इस संकल्प को लेकर कदम उठाते हैं।’’
आज सरकार लाभार्थी के घर खुद पहुंचती है
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमने शासन के मॉडल को बदला है। आज सरकार लाभार्थी के घर खुद पहुंचती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार बड़े सुधारों के लिए प्रतिबद्ध है।’’ मोदी ने कहा, ‘‘आज जो महानुभाव राष्ट्र रक्षा के लिए पूरी लगन से, पूरी प्रतिबद्धता के साथ देश की रक्षा भी कर रहे हैं और देश को नई ऊंचाई पर ले जाने का प्रयास भी कर रहे हैं, वे हमारे किसान हैं, हमारे जवान हैं, दलित-शोषित-वंचित-पीड़ित हैं, हमारे नौजवानों का हौसला है, हमारी माताओं-बहनों का योगदान है।’’
(इनपुट-भाषा)