Highlights
- अगले कुछ दिनों तक कई राज्यों में बारिश के आसार
- यूपी और उत्तराखंड के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है
- दिल्ली समेत कई राज्यों में बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है
IMD Weather: पिछले 2-3 दिनों से दिल्ली-एनसीआर में बादल जमकर बरस रहे हैं। बारिश इतनी भयानक हो रही है कि पिछले 15 सालों का रिकॉर्ड टूट गया है। पूरे दिल्ली-एनसीआर में आसमानमे कोहरा छाया हुआ है। पिछले रविवार को दिल्ली में मूसलाधार बारिश हुई। 2007 के बाद से अक्टूबर महीने में किसी एक दिन में दूसरी सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई। 24 घंटे के अंतराल में 74 मिमी बारिश हुई थी।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले 24 घंटों में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार में और भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। मौसम एजेंसी ने अपने पूर्वानुमान में अगले पांच दिनों के दौरान तमिलनाडु में और अगले दो दिनों के दौरान कर्नाटक और तेलंगाना में भारी बारिश जारी रहने की संभावना जताई है।
मानसून की वजह से नहीं हो रही बारिश
अक्टूबर महीने में हो रही बारिश से हर कोई हैरान है। आप शायद सोच रहे हैं कि मानसून के कारण ऐसी बारिश हो रही है तो आप गलत सोच रहे हैं। मासून की बारिश का मौसम जून,जुलाई, अगस्त और शुरूआती सितंबर महीने में होता है। लेकिन अक्टूबर महीने में ऐसी बारिश होने के पीछे कुछ और ही कारण है। इस साल 516.9 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। इसके बाद 29 सितंबर को मानसून वापस लौट चुकी है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि किस कारण से भारी बारिश हो रही है?
आखिर क्यों हो रही है इतनी तेज बारिश?
IMD की एक रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा पश्चिमी विक्षोभ के कारण हो रहा है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर भारत के कई हिस्सों में बारिश हो रही है। यह विक्षोभ मध्य और ऊपरी क्षोभमंडल स्तरों में एक ट्रफ के रूप में बन गई है। ट्रफ रेखा 64 डिग्री पूर्व में 25 डिग्री उत्तर में चलती है। एक चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण हरियाणा और निचले क्षोभमंडल स्तरों में स्थित है।
ट्रफ के कारण उत्तराखंड, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दिन के दौरान और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में 11 अक्टूबर को भारी बारिश की संभावना है। इससे पहले पूर्वी हवाओं ने अरब सागर से नमी लेकर दिल्ली से लेकर पूर्वी राजस्थान तक एक और ट्रफ रेखा खींची थी। इससे पिछले एक हफ्ते में भारी बारिश हुई है।
क्या होता है क्षोभमंडल?
क्षोभमंडल वायुमंडल की सबसे निचली परत है, जो समुद्र तल से 10 किलोमीटर ऊपर फैली हुई है। इसे अधिकांश बादलों का घर कहा जाता है, जिसमें वर्षा वाले निंबस बादल भी शामिल होते हैं। पश्चिमी विक्षोभ का चक्रवाती परिसंचरण के साथ संपर्क से बिहार, यूपी और उत्तराखंड के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है।
इन राज्यों में बारिश के आसार
यूपी, उत्तराखंड, एमपी, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ, मणिपुर, मिजोरम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाजु, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, असम, सिक्किम, हरियाणा, चंडीगढ़ दिल्ली, कोंकण, गोवा, आंध्र प्रदेश, केरल में गरज के साथ हल्की से लेकर मध्यम और भारी बारिश हो सकती है। वहीं पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, पूर्वी राजस्थान और गुजरात में गरज के साथ छिटपुट और हल्की बारिश हो सकती है।