नई दिल्लीः पूर्वोत्तर के राज्यों में पिछले 24 घंटे के दौरान अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, असम, मेघालय, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में तेज बारिश हुई है। अगले 24 घंटे के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम, नागालैंड और मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
5 अक्टूबर तक होगी मूसलाधार बारिश
2 से 6 अक्टूबर तक असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा जैसे पूर्वोत्तर राज्यों में भारी से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की गई है। अरुणाचल प्रदेश में 2 से 5 अक्टूबर तक और असम और मेघालय में भारी बारिश होने की संभावना है। 2 से 5 अक्टूबर के बीच तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल, लक्षद्वीप और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भारी वर्षा होने की संभावना है।
बिहार में कैसा रहेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, बाढ़ से परेशान बिहार में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है। मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा, गोपालगंज, सारण, सीवान, किशनगंज, मुंगेर, अररिया और सुपौल में हल्की बारिश हो सकती है। बिहार में बाढ़ के साथ अब लोग उमस भरी गर्मी से लोग परेशान हैं।
दिल्ली में कैसा रहेगा मौसम
दिल्ली-एनसीआर में मौसम शुष्क बना हुआ है। मौसम विभाग ने दिन में आसमान साफ रहने और अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान जताया है। दिल्ली में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस मौसम के सामान्य तापमान से 2.9 डिग्री अधिक है।
अक्टूबर महीने में कैसा रहेगा मौसम
देश के कुछ राज्यों को छोड़ दें तो बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क बना हुआ है। अक्टूबर में देश के ज्यादातर भागों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने का अनुमान है। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र के अनुसार, तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, केरल और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना नजर आ रही है। वहीं, मध्य भारत और पूर्वोत्तर भारत के कुछ इलाकों में भी सामान्य से अधिक वर्षा होने का अनुमान है। अक्टूबर के दौरान देश के कई हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है।
मानसून अब ले रहा विदाई
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 2-3 दिनों में राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और जम्मू-कश्मीर-लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की धीरे-धीरे विदा ले लेगा।