भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार (30 मार्च) को अपने मौसम पूर्वानुमान में कहा कि अप्रैल की शुरुआत में देश के कुछ राज्यों में जहां हीटवेव की संभावना है तो वहीं कुछ राज्यों में बारिश हो सकती है। विभाग के मुताबिक उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत में मध्यम से गंभीर तूफान की गतिविधि जारी रहने की उम्मीद है। इस बीच, पूर्वोत्तर भारत में 1 अप्रैल, 2024 तक भारी बारिश और तूफान का अनुमान है तो वहीं तेलंगाना में एक और दो अप्रैल, 2024 को अलग-अलग स्थानों पर हीट वेव चलने की संभावना है। इसके साथ ही रायलसीमा में 1 से 4 अप्रैल, 2024 को अलग-अलग स्थानों पर हीट वेव की स्थिति बनी रहेगी। मध्य प्रदेश, विदर्भ और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में भी 2 से 4 अप्रैल, 2024 के दौरान अलग-अलग स्थानों पर हीट वेव चलने की संभावना है।
जलपाईगुड़ी में तूफान का कहर
जलपाईगुड़ी में रविवार को आए तूफान ने तबाही मचाई है। मात्र 15 मिनट की तूफान ने कई घरों को तहस -नहस कर दिया है। तूफान की वजह से कम से कम चार लोगों की मौत खबर है और कम से कम 50 लोग घायल हो गये हैं। इस घटना पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दुख जताया है। उन्होंने प्रभावित परिवारों के साथ खड़े रहने का आश्वासन दिया और साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मृतकों और घायलों के परिजनों को जिला प्रशासन द्वारा नियमानुसार मुआवजा देने की व्यवस्था की जायेगी।
कहीं चलेगी लू तो कहीं होगी भारी बारिश
मौसम विभाग ने बताया है कि मध्य भारत में छिटपुट वर्षा होने की संभावना है, जबकि जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है। आईएमडी ने ओडिशा और बिहार के लिए आंधी-तूफान के साथ बारिश की चेतावनी जारी की है।
मौसम विभाग के नवीनतम अपडेट के अनुसार, अगले 3 से 5 दिनों तक मध्य और प्रायद्वीपीय भारत में लू की स्थिति रहने का अनुमान है। इसके साथ ही अगले तीन दिनों में उत्तर पश्चिम भारत के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की कमी होने की उम्मीद है, इसके बाद तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होगी।
विभाग के मुताबिक अगले 2 से 3 दिनों में बीच पूर्वी भारत के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होगी, उसके बाद मौसम में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा। इसके अलावा, अगले पांच दिनों में दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की समान वृद्धि का अनुमान है।
31 मार्च से 3 अप्रैल तक विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग इलाकों में लू की स्थिति बने रहने की उम्मीद है। इनमें 31 मार्च से 1 अप्रैल के दौरान मध्य प्रदेश और विदर्भ, 31 मार्च को उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, 31 मार्च से 3 अप्रैल तक तेलंगाना और रायलसीमा में हीटवेव की स्थिति बनी रह सकती है।
पश्चिमी विक्षोभ का दिखेगा असर
इसके अतिरिक्त, अप्रैल तक मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के अलग-अलग हिस्सों में गर्म रात की स्थिति का अनुमान है। इसके अलावा, 3 अप्रैल तक तेलंगाना, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल, माहे और उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश में गर्म और आर्द्र मौसम का अनुमान है।
आईएमडी ने संकेत दिया है कि अगले 4 से 5 दिन में ओडिशा के कई इलाकों में अधिकतम तापमान 38 से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है, तो वहीं तटीय जिलों में तापमान 36 से 38 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है। मौसम विभाग का कहना है कि 3 अप्रैल 2024 से अगले पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना बनी हुई है।