नई दिल्ली: जैसे ही मौसम बदला कि अचानक गर्मी का प्रकोप बढ़ने लगा है। जाड़े के बाद बसंत का मौसम महसूस नहीं हुआ कि गर्मी का आगमन हो गया है, इसे लेकर भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दक्षिण भारत के कई राज्यों में लू चलने की भविष्यवाणी की है। मौसम एजेंसी ने 3 अप्रैल से 6 अप्रैल तक देश के कुछ हिस्से में लू चलने की भविष्यवाणी की है, जिसमें तटीय कर्नाटक, केरल और माहे, तमिलनाडु और पुदुचेरी और कराईकल में 2 अप्रैल से 6 अप्रैल तक, तेलंगाना में, 2 अप्रैल से 4 अप्रैल तक दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में और तटीय आंध्र प्रदेश और यनम-रायलसीमा में 2 अप्रैल और 3 अप्रैल को मौसम तल्ख रहने की संभावना जताई है।
इन राज्यों में अप्रैल में ही सताएगी गर्मी
आईएमडी ने कहा कि अप्रैल के इस पूरे सप्ताह 3 अप्रैल से 5 अप्रैल तक उत्तर आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में हीटवेव की स्थिति रहने की संभावना है। इसके अलावा, झारखंड और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी हीटवेव चलने की संभावना है। इसमें अप्रैल से जून तक देश के उत्तरी मैदानी इलाकों के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक गर्मी पड़ने की भी भविष्यवाणी की गई है। गर्मी बढ़ने की सबसे अधिक आशंका वाले क्षेत्र गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तरी कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तरी छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश हैं।
इस बार गर्मी के दिन अधिक रहेंगे
आईएमडी में मौसम विज्ञान के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि देश भर में अप्रैल के महीने में सामान्य बारिश होने की भी उम्मीद है। महापात्र ने कहा, "इस साल देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है, खासकर मध्य भारत और पश्चिमी प्रायद्वीपीय भारत में गर्मी के चरम पर रहने की संभावना है।"
महापात्र ने बताया कि पश्चिमी हिमालय क्षेत्र, उत्तर-पूर्व राज्यों और उत्तरी ओडिशा के कुछ हिस्सों में सामान्य से नीचे अधिकतम तापमान रहने की संभावना है। हीटवेव की स्थिति पर, महापात्र ने कहा: "देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक हीटवेव वाले दिन रहने की संभावना है। विभिन्न हिस्सों में 4 से 8 दिनों की सामान्य अवधि के मुकाबले 10 से 20 दिनों तक हीटवेव की संभावना है।"